KNEWS DESK- दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आयोजित 43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के मंडप का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश की प्राकृतिक संसाधनों, कला, संस्कृति और औद्योगिकीकरण के क्षेत्र में हुई प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश प्राकृतिक संसाधनों, कला और संस्कृति में समृद्ध है, साथ ही प्रदेश को ‘टाइगर स्टेट’, ‘तेंदुआ स्टेट’, और ‘चीता स्टेट’ के दर्जे सहित कई विशेषताओं का गौरव प्राप्त है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश में दो प्रमुख ज्योतिर्लिंग, पावन नर्मदा और शिप्रा नदियां हैं, जो प्रदेश की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को और मजबूत करती हैं। प्रदेश का हीरा उत्पादक राज्य होने का भी गौरव है, जो इसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट बनाता है।
उद्योग और रोजगार में वृद्धि के लिए कदम
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में औद्योगिकीकरण और रोजगारपरक नीतियों के माध्यम से विकास की दिशा में उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश को तेजी से विकसित करने के लिए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और रोड शो के माध्यम से निवेशकों को आकर्षित किया जा रहा है। साथ ही, ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना के तहत महिला स्व-सहायता समूहों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के साथ-साथ भारी उद्योगों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे राज्य के औद्योगिक क्षेत्र को नई दिशा मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 2025 को ‘उद्योग वर्ष’ के रूप में मनाया जाएगा, ताकि प्रदेश के औद्योगिक विकास को और तेज किया जा सके।
मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर और योजनाओं का प्रदर्शन
मध्य प्रदेश मंडप में प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर, स्टार्ट-अप्स, उद्यमों और जन-कल्याणकारी योजनाओं का कलात्मक रूप से प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शनी में मध्य प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, पर्यटन स्थल और कलात्मक कृतियों को दर्शाया गया, जो राज्य की विविधता और रचनात्मकता को प्रदर्शित करते हैं।
कार्यक्रम में पर्यटन विभाग और माटीकला बोर्ड को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित भी किया गया। यह राज्य की सांस्कृतिक और पारंपरिक कलाओं को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों का परिणाम है।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मन मोहा
मध्य प्रदेश दिवस समारोह के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। जबलपुर के जानकी बैंड और बुंदेलखंड के लोक नृत्य ने उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ये प्रस्तुतियां प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को उजागर करने का एक अहम हिस्सा थीं।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति और सम्मान
इस महत्वपूर्ण अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की पहलें मध्य प्रदेश की औद्योगिक और सांस्कृतिक समृद्धि को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का उद्देश्य रखती हैं, और इस व्यापार मेले में इस प्रयास को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित किया गया है। इस पहल से यह साबित होता है कि मध्य प्रदेश सिर्फ एक उभरता हुआ औद्योगिक केंद्र ही नहीं, बल्कि अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए भी प्रसिद्ध है।
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