KNEWS DESK – बालाघाट जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हुए आरक्षक शिव कुमार शर्मा के इलाज का खर्चा राज्य सरकार द्वारा उठाने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को घायल जवान के इलाज के लिए सभी आवश्यक निर्देश दिए हैं और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
घायल जवान का इलाज जारी
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ने फोन पर घायल आरक्षक शिव कुमार शर्मा का इलाज कर रहे चिकित्सकों से भी बातचीत की। डॉ. यादव ने कहा, “कर्मभूमि पर तैनात हॉक-फोर्स के जवान को नक्सलियों द्वारा की गई गोलीबारी में गंभीर चोटें आई हैं। उनका इलाज वर्तमान में महाराष्ट्र के गोंदिया में चल रहा है। राज्य सरकार की पूरी कोशिश रहेगी कि जवान को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा मिले।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार इलाज में आने वाले सभी खर्चों को वहन करेगी ताकि जवान को जल्द से जल्द स्वास्थ्य लाभ मिल सके। उन्होंने आशा व्यक्त की कि शिव कुमार शर्मा जल्दी स्वस्थ होकर अपने कर्तव्यों की ओर लौटेंगे।
नक्सलियों से मुठभेड़
घटना 17 नवम्बर रविवार की है, जब पुलिस की हॉक-फोर्स एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) टीम नक्सल विरोधी अभियान के तहत उकवा क्षेत्र के कुंदुल पहाड़ी जंगल में स्पेशल ऑपरेशन चला रही थी। इस दौरान सशस्त्र नक्सलियों का एक समूह (12-15 सदस्य) पुलिस पार्टी पर घात लगाकर फायरिंग करने लगा। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने भी नक्सलियों पर फायरिंग की, हालांकि इस मुठभेड़ में पुलिस दल के एक सदस्य, आरक्षक शिव कुमार शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, नक्सलियों के इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नक्सलियों की तलाश में एक सघन सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया है। अभी तक की जानकारी के अनुसार, नक्सली दल मौके से भागने में सफल रहे, लेकिन सुरक्षा बलों की टीम उनकी तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस द्वारा अपराध दर्ज
पुलिस ने इस मुठभेड़ के संबंध में थाना रूपझर में नक्सलियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए पुलिस ने इस मामले में विभिन्न दिशाओं में जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नक्सल विरोधी अभियान में जुटे पुलिस और सुरक्षा बलों के साहस की सराहना की और कहा कि राज्य सरकार हमेशा उनकी सुरक्षा और भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ यह लड़ाई अंत तक जारी रहेगी, और राज्य सरकार सुरक्षा बलों के हर कदम के साथ है।
सुरक्षा बलों का साहस
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह मुठभेड़ इस बात का प्रतीक है कि राज्य सरकार और सुरक्षा बल नक्सलवाद से निपटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। पुलिस और सुरक्षा बलों ने अपने साहस और समर्पण से यह साबित किया है कि वे अपनी जान की परवाह किए बिना राज्य की सुरक्षा और नागरिकों के जीवन की रक्षा के लिए तैयार हैं।