KNEWS DESK – वाराणसी, जिसे काशी या बनारस के नाम से भी जाना जाता है, हर साल देव दीपावली पर अद्भुत रौशनी और उल्लास का गवाह बनता है। इस बार 15 नवंबर को मनाए जाने वाले इस महोत्सव में काशी के घाटों पर 17 लाख दीपों की रोशनी से गंगा तट जगमगाएगा। खास बात यह है कि इस साल बबुआ पांडेय घाट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रसिद्ध नारा ‘बंटोगे तो कटोगे’ दीपों से लिखा जाएगा।
विशेष आयोजन बबुआ पांडेय घाट पर
बबुआ पांडेय घाट इस बार एक खास आयोजन का केंद्र बनेगा। स्थानीय निवासी सुनील उपाध्याय ने बताया कि 51000 दीपों से मुख्यमंत्री योगी के इस नारे को लिखा जाएगा। उनका कहना है, “यह संदेश काशी से देश-विदेश के पर्यटकों तक जाएगा, जो एकता और अखंडता का प्रतीक है।”
महिलाओं के लिए समर्पित होगी सजावट
देव दीपावली के इस पर्व को इस बार महिला सशक्तिकरण के लिए समर्पित किया गया है। घाटों पर सजाए जाने वाले दीयों में महिलाओं की शक्ति और उनके योगदान को प्रदर्शित करने वाले संदेशों को उकेरा जाएगा।
दिवंगत रतन टाटा को श्रद्धांजलि
इस साल के आयोजन में भारत के दिवंगत उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि भी दी जाएगी। उनकी स्मृति में घाटों पर विशेष दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। यह आयोजन वाराणसी की समृद्ध संस्कृति और कृतज्ञता को दर्शाता है।
विशेष कार्यक्रम और आकर्षण
काशी के 84 घाटों पर होने वाले इस भव्य आयोजन में कई विशेष कार्यक्रम रखे गए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- गंगा आरती: दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती के लिए भव्य इंतजाम किए गए हैं।
- लेजर शो: चेत सिंह घाट और गंगा द्वार पर लेजर शो दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेगा।
- आतिशबाजी: आसमान में रंग-बिरंगे आतिशबाजी के नजारे इस पर्व की भव्यता को और बढ़ाएंगे।
देव दीपावली का महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा पर मनाया जाने वाला यह पर्व भगवान शिव की त्रिपुरासुर पर विजय का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन देवता गंगा तट पर उतरकर इस उत्सव का आनंद लेते हैं। उनके स्वागत के लिए हर साल काशीवासी घाटों पर दीप जलाते हैं और गंगा मैया का आशीर्वाद लेते हैं।
पर्यटकों का सैलाब
इस साल, देव दीपावली के मौके पर वाराणसी में पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक पर्यटकों के आने की उम्मीद है। घाटों पर उमड़ती भीड़ और रोशनी का अद्भुत दृश्य पर्यटकों को एक अविस्मरणीय अनुभव देगा।