KNEWS DESK , उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के खाटूश्याम मंदिर में एकादशी के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने के कारण बड़ा हादसा हो गया। मंदिर की दूसरी मंजिल पर सीमेंटेड रेलिंग टूटने से 7 श्रद्धालु 12 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर गए। हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए सभी श्रद्धालुओं को स्थानीय लोगों की मदद से मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
भीड़ के कारण टूटी रेलिंग
आपको बता दें कि श्री खाटू श्याम मंदिर में श्याम जन्मोत्सव के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा थी। श्याम जन्मोत्सव के दौरान मंदिर की दूसरी मंजिल पर जाने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा था। जैसे ही लोग रेलिंग पर चढ़ने लगे, भारी वजन के कारण सीमेंटेड रेलिंग टूट गई और लोग नीचे गिर गए। यह हादसा उस समय हुआ जब मंदिर में श्रद्धालुओं का दबाव बहुत ज्यादा था, जिससे मंदिर की संरचना कमजोर हो गई और रेलिंग टूट गई।
बताया जा रहा है कि गिरने वाले श्रद्धालुओं में पुरुषों के साथ-साथ बच्चे भी शामिल थे। इस हादसे के बाद मंदिर परिसर में भगदड़ मच गई, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। घायलों को तुरंत मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
मंदिर परिसर में मची भगदड़, पुलिस की कार्रवाई
हादसे के बाद स्थिति को नियंत्रित करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। फर्रुखाबाद स्टेट हाईवे और आसपास के रास्तों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण जाम की स्थिति बन गई थी। पुलिस के आला अधिकारियों, एसपी सिटी और सीओ सिटी ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और जाम को खुलवाया, जिससे यातायात बहाल हो सका।
भगदड़ मचने से स्थिति और बिगड़ी
रेलिंग टूटने के बाद मंदिर में भगदड़ मच गई, जिससे स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई। घायलों को तत्काल मदद मिली और उन्हें नजदीकी मेडिकल कॉलेज भेजा गया। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। एसपी सिटी और सीओ सिटी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं।
मंदिर प्रशासन ने बिना अनुमति आयोजन किया
हादसे के बाद यह जानकारी सामने आई कि मंदिर प्रशासन ने एकादशी के इस बड़े आयोजन के लिए किसी से अनुमति नहीं ली थी, और न ही पुलिस प्रशासन को इस आयोजन की जानकारी थी। इसकी वजह से प्रशासन को जाम और सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित समस्या का सामना करना पड़ा। पुलिस अधिकारियों को काफी देर तक मौके पर खड़े होकर जाम खुलवाना पड़ा।
हादसे के बाद प्रशासनिक जांच
घटना के बाद स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मंदिर प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, क्योंकि बिना अनुमति के इस प्रकार के बड़े आयोजन का आयोजन सुरक्षा के लिहाज से जोखिम भरा हो सकता था। पुलिस और प्रशासन ने चेतावनी दी है कि भविष्य में इस प्रकार के आयोजन बिना अनुमति के नहीं किए जाने चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।