खैर उपचुनाव: डिप्टी सीएम बृजेश पाठक नुक्कड़ सभा को करेंगे संबोधित, तीन-चार दिन तक रहेगा सियासी जमावड़ा

KNEWS DESK-  उत्तर प्रदेश के खैर विधानसभा उपचुनाव में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। भाजपा, सपा और बसपा के नेताओं ने अपनी ताकत झोंक दी है, और अब खैर की सियासत में चुनावी हलचल और तेज हो गई है। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य सियासी दिग्गज अगले कुछ दिनों में यहां की सियासी दिशा तय करने में जुटेंगे।

बृजेश पाठक ब्राह्मण मतदाताओं को साधने में जुटे

13 नवंबर को उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक खैर विधानसभा क्षेत्र के बाईसी जरारा में नुक्कड़ सभा को संबोधित करेंगे। उनका मुख्य उद्देश्य इस क्षेत्र के ब्राह्मण मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में लामबंद करना है। बाईसी जरारा क्षेत्र में ब्राह्मण समाज के 22 गांव हैं, और इन गांवों के मतदाता चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं। बृजेश पाठक यहां भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र दिलेर के पक्ष में समर्थन जुटाने का प्रयास करेंगे। उनके साथ इस सभा में करीब पांच हजार लोगों के जुटने की उम्मीद है, जिससे सियासी हलचल और बढ़ने की संभावना है।

अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ की जनसभाएं

वहीं, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 15 नवंबर को खैर विधानसभा क्षेत्र के कमालपुर मलान फॉर्म हाउस के पास थाना टप्पल में जनसभा करेंगे। यह सभा सपा प्रत्याशी के पक्ष में होगी, और अखिलेश यादव यहां अपनी पार्टी के समर्थन में जोरदार भाषण देंगे। माना जा रहा है कि इस जनसभा में अखिलेश यादव खैर विधानसभा उपचुनाव को लेकर कई अहम मुद्दों पर बात करेंगे, जिसका जवाब अगले दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 16 नवंबर को जट्टारी क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करने आ रहे हैं। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने 9 नवंबर को भी खैर में एक जनसभा को संबोधित किया था।

भाजपा, सपा और बसपा की सियासी गतिविधियां तेज

जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, भाजपा, सपा और बसपा के नेताओं ने अपने-अपने चुनावी प्रचार की ताकत झोंक दी है। भाजपा की तरफ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक की जनसभाओं के बाद भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है। वहीं, सपा भी पीछे नहीं है और अखिलेश यादव द्वारा किए जाने वाले रोड शो और जनसभाओं के जरिए खुद को मजबूत दिखाने की कोशिश कर रही है।

हालांकि, बसपा के बड़े नेताओं का कार्यक्रम अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन पार्टी की ओर से कोई भी अभियान जल्द ही सामने आ सकता है। बसपा खैर उपचुनाव में किसी भी सूरत में पीछे नहीं रहना चाहती, और अपने सियासी दांव खेल सकती है।

भविष्यवाणी की ओर बढ़ते हुए चुनावी समीकरण

खैर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा, सपा और बसपा के बीच तगड़ी टक्कर की संभावना है। बृजेश पाठक और अखिलेश यादव की जनसभाओं के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगली जनसभा से यह साफ हो जाएगा कि किस पार्टी को खैर विधानसभा में कौन सा जनसमर्थन प्राप्त है। उपचुनाव की राजनीति में मतदाताओं की रूचि और फैसले अहम होते हैं, और हर पार्टी अपने-अपने तरीके से चुनावी मैदान में जुटी हुई है। आने वाले दिनों में और भी बड़े नेता यहां पहुंचने की संभावना है, जिससे सियासी माहौल और भी दिलचस्प हो सकता है।

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