केदार धाम, सत्ता संग्राम !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव का काउंडाउन शुरू हो गया है। मतदान के लिए करीब एक सप्ताह का ही शेष समय रह गया है। भाजपा-कांग्रेस के बीच आमने सामने की टक्कर देखने को मिल रही है। दोनों ही दलों ने पूरी ताकत इस चुनावी दंगल को जीतने पर लगा रखी है। इस बीच हरीश रावत और बीजेपी नेता ऐश्वर्या रावत की मुलाकात ने राजनीतिक पारे को गरमा दिया है। बता दे कि केदारनाथ की पूर्व विधायक स्व. शैलारानी रावत की बेटी ऐश्वर्या रावत है ऐश्वर्या रावत पार्टी से इन दिनों नाराज चल रही है। ऐश्वर्या रावत को उम्मीद थी कि पार्टी केदारनाथ में उन्हें चुनाव लड़ाएगी इसके लिए उन्होने नामांकन पत्र भी खरीद लिया था। लेकिन भाजपा ने पूर्व विधायक आशा नौटियाल को प्रत्याशी बनाकर ऐश्वर्या की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। नाराज ऐश्वर्या भाजपा के कार्यक्रमों में भी शामिल नहीं हो रही है। वहीं हरीश रावत की मुलाकात के बाद भाजपा की टेंशन बढ़ गई, लगे हाथ भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने भी ऐश्वर्या से मुलाकात की और उनकी नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया है। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने दावा किया है कि भाजपा में कोई नाराजगी नहीं है। उनका दावा है कि केदारनाथ में बहुत जल्द बड़ी घटना कांग्रेस के भीतर देखने को मिलने वाली है। वहीं महेंद्र भट्ट के इस दावे ने कांग्रेस की टेंशन को और बढ़ा दिया है।

 केदारनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अब बस कुछ ही दिनों का इंतजार बच गया है। मतदान की घड़ी नजदीक आ गई है। राजनीतिक दलों के साथ ही प्रशासन ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है। केदारनाथ में इन दिनों नेता घर घर जाकर जनता को अपने पाले में करने में लगे हुए हैं। कांग्रेस एक ओर जहां दिल्ली में केदारनाथ मंदिर के शिलान्यास, केदारनाथ मंदिर से सोना चोरी के साथ ही यात्रा की अव्यवस्था को बड़ा मुद्दा बनाकर जनता के बीच में जा रही है। कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीट में मिली जीत की तरह केदारनाथ में भी वह जीत दर्ज करेगी…वहीं भाजपा का दावा है कि कांग्रेस को हरियाणा की तरह केदारनाथ में भी झटका लगने वाला है

 

आपको बता दें कि इसी साल नौ जुलाई को केदारनाथ से भाजपा विधायक शैलारानी रावत के निधन के कारण केदारनाथ विधानसभा सीट खाली हुई थी। इस बीच केदारनाथ की दिवंगत विधायक शैलारानी रावत की पुत्री ऐश्वर्या रावत और हरीश रावत की मुलाकात ने भाजपा की टेंशन बढ़ा दी है, कांग्रेस भाजपा पर ऐश्वर्या रावत के अपमान का आरोप लगा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ ही कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने ऐश्वर्या से मुलाकात की जिसकी वजह से भाजपा की टेंशन बढ़ गई। जिसके बाद भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने भी ऐश्वर्या से मुलाकात की और उनकी नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया है। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का दावा है कि भाजपा में कोई नाराजगी नहीं है। उनका दावा है कि केदारनाथ में बहुत जल्द ही कांग्रेस के भीतर कोई बड़ी घटना होने वाली है।

 

कुल मिलाकर केदारनाथ उपचुनाव में मतदान की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। वहीं मतदान की तारीख नजदीक आते ही मुलाकातों का दौर भी शुरू हो गया है। इसके साथ ही भाजपा अध्यक्ष के दावे ने राजनीतिक पारे को भी ज्यादा गरमा दिया है। सवाल ये है कि क्या भाजपा की तैयारी पर ऐश्वर्या की नाराजगी भारी पड़ेगी. क्या ऐश्वर्या की नाराजगी कांग्रेस के लिए संजीवनी का काम करेगी. क्या कांग्रेस बद्रीनाथ और मंगलौर की तरह केदारनाथ उपचुनाव को जीतने में भी कामयाब होगी या नहीं

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