KNEWS DESK – टीवी इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस रुपाली गांगुली पिछले कुछ दिनों से अपनी निजी जिंदगी को लेकर सुर्खियों में हैं। उनकी सौतेली बेटी ईशा वर्मा ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके बाद रुपाली ने अब इस विवाद को कानूनी स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रुपाली ने अपनी सौतेली बेटी के खिलाफ मानहानि का केस दायर कर 50 करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की है।
क्यों उठाना पड़ा कानूनी कदम
रुपाली गांगुली की वकील सना रईस ने मीडिया से बातचीत में बताया कि ईशा वर्मा के द्वारा लगाए गए निराधार आरोप और अपमानजनक बयानों के चलते एक्ट्रेस की प्रतिष्ठा को गंभीर नुकसान हुआ है। सना रईस ने कहा, “हमने ईशा के खिलाफ मानहानि का नोटिस जारी किया है। रुपाली गांगुली इन आरोपों का मजबूती से सामना कर रही हैं और अपनी प्रतिष्ठा की सुरक्षा के लिए ये कदम उठाया है।”
रुपाली की छवि पर पड़ा बुरा असर
वकील ने बताया कि ईशा के बयानों से न केवल रुपाली की इमेज खराब हुई है बल्कि वह मानसिक रूप से भी परेशान हुई हैं। इन आरोपों ने रुपाली की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया है, जिसका प्रभाव उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन पर पड़ा है। वकील के अनुसार, इन आरोपों के बावजूद रुपाली ने अपना काम जारी रखा, लेकिन अब उन्होंने कानूनी कार्रवाई का निर्णय लिया है।
सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणियां
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईशा ने सोशल मीडिया पर भी कई विवादास्पद टिप्पणियां की हैं, जिनमें उन्होंने रुपाली और उनके बेटे रुद्रांश के बारे में आपत्तिजनक बातें कही हैं। ईशा ने रुद्रांश को ‘नाजायज’ कहा है, जो कि एक मां के लिए बहुत ही अपमानजनक और पीड़ादायक है। इन बयानों से रुपाली की छवि को काफी ठेस पहुंची है।
रुपाली का समर्थन और मदद
कानूनी नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया है कि रुपाली और उनके पति ने ईशा को करियर में आगे बढ़ने के लिए हर संभव मदद की थी। उन्होंने ईशा को इंडस्ट्री में स्थान बनाने में सहायता की, ऑडिशन दिलवाए, और फोटोशूट भी कराए। लेकिन अब ईशा के इस तरह के व्यवहार से रुपाली स्तब्ध हैं।
ईशा द्वारा लगाए गए आरोप
ईशा वर्मा ने रुपाली गांगुली पर कई संगीन आरोप लगाए हैं, जिससे उनके रिश्तों में खटास आ गई है। इन आरोपों के कारण रुपाली की छवि प्रभावित हो रही है और उनके फैंस भी इस मुद्दे पर ध्यान दे रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह मामला किस दिशा में बढ़ता है और क्या इस विवाद का कोई सकारात्मक समाधान निकलता है या नहीं।