KNEWS DESK, महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। जहां एक ओर विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी (MVA) ने बुधवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया। वहीं आज गुरुवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी शिवसेना की ओर से पार्टी का वचननामा जनता के सामने रखा।
विधानसभा चुनावों के लिए शिवसेना का वचननामा जारी करते हुए उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने हमेशा अपने वादों को पूरा किया है और आगे भी यही करेगी। उद्धव ठाकरे ने कहा, “हमने जो वादा किया, उसे हमने पूरा किया है और अब भी जो वादे किए हैं, उन्हें हम पूरी ईमानदारी से निभाएंगे। शिवसेना के सत्ता में आने के बाद हम राज्य की जनता के लिए जो काम करेंगे, वह वचननामा में विस्तृत रूप से बताए गए हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि महा विकास आघाड़ी (MVA) के तहत शिवसेना की सरकार राज्य की जनता की सेवा के लिए हर संभव कदम उठाएगी और उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी पार्टी जनता से किए गए सभी वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
MVA का घोषणा पत्र
बुधवार को विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी (MVA) ने भी अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया, जिसमें उन्होंने राज्य की जनता के लिए कई बड़े वादों का ऐलान किया। MVA ने खासतौर पर महिलाओं, युवाओं और किसानों के लिए कई योजनाएं प्रस्तावित की हैं। मुख्य रूप से महिलाओं के लिए “महालक्ष्मी योजना” का ऐलान किया गया, जिसके तहत महिलाओं को प्रतिमाह 3,000 रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा राज्य परिवहन की बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाएगी। वहीं किसानों के लिए कृषि समृद्धि योजना का प्रस्ताव रखा गया, जिसमें किसानों का तीन लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने का वादा किया गया। इसके साथ ही फसल ऋण के नियमित भुगतान के लिए 50,000 रुपये तक का प्रोत्साहन भी प्रदान किया जाएगा और बेरोजगार युवाओं के लिए 4,000 रुपये प्रतिमाह भत्ता देने की घोषणा की गई है। MVA ने राज्य में जाति आधारित गणना कराने का भी वादा किया और यह भी कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है, तो केंद्र में आरक्षण पर लगी 50 प्रतिशत की सीमा को हटाया जाएगा।
कांग्रेस, शिवसेना और राकांपा के बीच सीट बंटवारे की जंग
महा विकास आघाड़ी (MVA) में शिवसेना (UBT), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस शामिल हैं। हालांकि इस गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तीखी बहस जारी है। शिवसेना (UBT) ने पहले ही अपनी बड़ी भूमिका के तहत महा विकास आघाड़ी (MVA) से मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की मांग की है, जिस पर कांग्रेस और NCP के साथ विवाद चल रहा है।