KNEWS DESK- पेरिस ओलंपिक 2024 में गोल्ड मेडल जीतने वाली अल्जीरियाई बॉक्सर इमान खलीफ एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गई हैं। हाल ही में सामने आई एक मेडिकल रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इमान खलीफ महिला नहीं, बल्कि पुरुष हैं। रिपोर्ट के अनुसार, उनके शरीर में पुरुषों से संबंधित कई जैविक लक्षण पाए गए हैं, जिससे उनकी जेंडर पहचान पर सवाल खड़े हो गए हैं।
मेडिकल रिपोर्ट का खुलासा
मेडिकल रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि इमान खलीफ के पास आंतरिक अंडकोष (internal testes) और XY गुणसूत्र (chromosomes) हैं, जो आमतौर पर पुरुषों में पाए जाते हैं। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि खलीफ में 5-अल्फा रिडक्टेस अपर्याप्तता (5-alpha reductase deficiency) नामक एक डिसऑर्डर का संकेत मिलता है, जो आमतौर पर पुरुषों में पाया जाता है और उनकी शारीरिक संरचना को प्रभावित करता है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, इमान खलीफ में गर्भाशय की कमी और आंतरिक अंडकोष का अस्तित्व है, जो एक महिला के शारीरिक लक्षणों से मेल नहीं खाते। इसके अलावा, एक MRI में यह भी पाया गया है कि इमान खलीफ में माइक्रोपेनिस (micropenis) की मौजूदगी भी है, जो जैविक पुरुषों का लक्षण होता है।
पेरिस ओलंपिक में उठे थे सवाल
पेरिस ओलंपिक के दौरान इमान खलीफ पर जेंडर से जुड़ी चिंताएं पहले भी उठ चुकी थीं। कई महिला बॉक्सरों ने उनके पुरुष होने का इशारा करते हुए यह कहा था कि उनका शारीरिक गठन सामान्य महिला बॉक्सरों से अलग है। हालांकि, इन आरोपों का इमान खलीफ ने किसी समय पर खंडन किया था, और उन्होंने खुद को एक महिला के रूप में ही पेश किया था।
इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन पर प्रतिबंध
पिछले साल जब इमान खलीफ के जेंडर को लेकर सवाल उठे थे, तब उन्हें इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (AIBA) द्वारा बैन भी किया गया था। इस बैन के बाद उनके करियर पर संकट खड़ा हो गया था, लेकिन बाद में उन्हें फिर से प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति मिल गई थी। अब, नई रिपोर्ट के बाद फिर से उनकी जेंडर पहचान पर विवाद गहरा सकता है।
इमान खलीफ पर क्या एक्शन होगा?
अगर यह मेडिकल रिपोर्ट सही है, तो इमान खलीफ पर गंभीर सवाल उठ सकते हैं, और यह मामला अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग समुदाय में एक बड़ी चर्चा का विषय बन सकता है। यह देखना भी दिलचस्प होगा कि बॉक्सिंग की विभिन्न संस्थाएं इस मामले में क्या कदम उठाती हैं। क्या इमान खलीफ को उनके जेंडर के मुद्दे के कारण प्रतिस्पर्धा से हटा लिया जाएगा, या उन्हें अपनी पहचान को लेकर कोई स्पष्टता देनी होगी?
फिलहाल, इमान खलीफ की ओर से इस विवाद पर कोई ताजा बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, पहले उन्होंने खुद को एक महिला बॉक्सिंग चैंपियन के रूप में पेश किया था, और अपने जेंडर के बारे में कोई भी सवाल उठाए जाने पर उन्होंने हमेशा इसका खंडन किया। अब, मेडिकल रिपोर्ट उनके इस बयान से पूरी तरह विपरीत नजर आती है।
बॉक्सिंग के भविष्य पर असर
इस विवाद का बॉक्सिंग की दुनिया पर दूरगामी प्रभाव पड़ सकता है, खासकर जब बात महिला बॉक्सिंग की हो। इमान खलीफ जैसे उच्च स्तर के एथलीट के जेंडर को लेकर सवाल उठने से खेल के प्रति विश्वास और निष्पक्षता पर भी असर डाल सकता है। यदि यह मामला अदालत तक पहुंचता है, तो इससे खेल की दुनिया में जेंडर से संबंधित नियमों और नीतियों को लेकर नए दिशा-निर्देशों की आवश्यकता भी महसूस हो सकती है। इस समय, इमान खलीफ की स्थिति और इस मामले पर आने वाले फैसले का इंतजार किया जा रहा है, क्योंकि यह न केवल उनकी व्यक्तिगत पहचान, बल्कि महिला और पुरुषों के बीच के अंतर और खेलों में निष्पक्षता पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर सकता है।
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