KNEWS DESK – फिल्म और टीवी इंडस्ट्री का चकाचौंध भरा जीवन जितना आकर्षक लगता है, उसकी राह में उतनी ही बाधाएं और चुनौतियां होती हैं। कई अभिनेत्रियों ने अपने करियर में कठिनाइयों का सामना किया है, और उन मुश्किलों के बावजूद अपनी पहचान बनाई है। ऐसी ही एक संघर्षपूर्ण कहानी है अभिनेत्री मालवी मल्होत्रा की, जिन्होंने न केवल इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई, बल्कि एक भयानक हमले का शिकार होने के बाद भी न्याय की लंबी लड़ाई लड़ी और जीती।
टीवी से बड़े पर्दे तक की शुरुआत
मालवी मल्होत्रा ने अपने करियर की शुरुआत छोटे पर्दे से की। टीवी शो ‘उड़ान’ से उन्होंने अपने अभिनय का सफर शुरू किया और 2018 में फिल्म ‘होटल मिलन’ के जरिए उन्होंने बड़े पर्दे पर कदम रखा। धीरे-धीरे, अपने दम पर मालवी ने इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई, लेकिन उनकी इस चमकदार सफलता के पीछे एक दर्दनाक अनुभव छिपा है।
एक फिल्ममेकर की खतरनाक हरकत
2020 में मालवी मल्होत्रा की जिंदगी में एक ऐसा मोड़ आया, जिसने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से बुरी तरह झकझोर कर रख दिया। एक फिल्म प्रोड्यूसर, योगेश कुमार सिंह, जो उनसे पेशेवर रूप से मिला था, ने उनसे शादी करने का प्रस्ताव रखा। जब मालवी ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया, तो योगेश ने उनका पीछा करना और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
जानलेवा हमला
सिर्फ मानसिक उत्पीड़न तक बात सीमित नहीं रही, बल्कि योगेश ने मालवी पर चाकू से हमला कर उनकी जान लेने की कोशिश की। 2020 के इस हमले में योगेश ने तीन बार मालवी पर चाकू से वार किया। इस हमले में मालवी के पेट पर गहरा घाव हो गया था। योगेश का मकसद मालवी के चेहरे को नुकसान पहुंचाना था, लेकिन मालवी ने अपने चेहरे को बचाने के लिए अपने हाथ से वार रोका, जिससे उनका हाथ बुरी तरह घायल हो गया।
चार साल की लंबी लड़ाई के बाद मिला न्याय
मालवी ने इस दर्दनाक घटना के बावजूद हार नहीं मानी और चार साल तक न्याय के लिए लड़ाई लड़ी। हाल ही में, मुंबई की सेशन कोर्ट ने योगेश कुमार सिंह को दोषी ठहराते हुए तीन साल की सजा सुनाई। इस फैसले से मालवी ने राहत की सांस ली और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी खुशी जाहिर की।
उन्होंने कहा, “आखिरकार मुझे न्याय मिला। यह चार साल बहुत कठिन रहे, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी। मुझे अपने परिवार, खासकर अपने पिता का पूरा साथ मिला। वे मेरे सबसे बड़े सपोर्ट सिस्टम थे, और उन्होंने मुझे मजबूत बनाए रखा।”
मानसिक तनाव से जूझना पड़ा
मालवी ने कहा कि शारीरिक चोटों के मुकाबले मानसिक तनाव ने उन्हें ज्यादा प्रभावित किया। “इस घटना के बाद मैं हमेशा डरी रहती थी, मुझे ऐसा लगता था कि कोई मेरा पीछा कर रहा हो। मैंने इस तनाव के साथ जीने की कोशिश की, लेकिन ये बहुत कठिन था। मेरी फैमिली ने मुझे संभाला और मेरे पिता ने मुझे आत्मरक्षा की ट्रेनिंग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मुझे उन चीजों में खुशी ढूंढने को कहा, जो मुझे सुकून देती थीं।”
चेहरा बचाने की जद्दोजहद
मालवी ने इस घटना के बारे में बताया कि योगेश असल में उनके चेहरे पर हमला करना चाहता था, ताकि उनके करियर को पूरी तरह खत्म कर सके। “मुझे पता था कि एक अभिनेता के लिए चेहरे पर चोट लगना कितनी बड़ी मुश्किल हो सकती है। मैं हर हाल में अपना चेहरा बचाने की कोशिश कर रही थी, और भगवान की कृपा से मैं ऐसा कर पाई।”
संघर्ष और साहस की प्रेरणा
मालवी मल्होत्रा की कहानी उन सभी के लिए एक प्रेरणा है, जो इंडस्ट्री में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। यह कहानी बताती है कि कठिनाइयों से हार मानने की बजाय, दृढ़ निश्चय और साहस से मुकाबला किया जाए तो हर लड़ाई जीती जा सकती है। मालवी का संघर्ष और उन्हें मिला न्याय उन तमाम महिलाओं के लिए एक मिसाल है, जो अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रही हैं।