KNEWS DESK – केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के नेता चिराग पासवान ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह सिद्धांतों के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें कभी लगेगा कि संविधान और आरक्षण के साथ खिलवाड़ हो रहा है, तो वह उसी समय मंत्री पद को ठुकरा देंगे, जैसे उनके पिता रामविलास पासवान ने किया था।
सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्धता
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के नेता चिराग पासवान ने चिराग ने यह बयान पटना में एक कार्यक्रम के दौरान दिया, जहाँ उन्होंने अपने पिता के विचारों को याद करते हुए कहा, मैं अपने सिद्धांतों के लिए हमेशा खड़ा रहूंगा। उन्होंने कहा कि “मैं चाहे किसी भी गठबंधन में रहूं या किसी भी मंत्री पद पर, जिस दिन मुझे लगेगा कि संविधान के साथ और आरक्षण के साथ खिलवाड़ हो रहा है, मैं उसी वक्त मंत्री पद को लात मार दूंगा, जैसे मेरे पिता ने किया था।”
झारखंड में चुनाव लड़ेगी उनकी पार्टी
चिराग का यह बयान झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों के संदर्भ में आया है। उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी झारखंड में चुनाव लड़ेगी और इस बारे में गठबंधन या स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। आगामी 28 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में भव्य स्थापना दिवस का आयोजन करने की घोषणा करते हुए चिराग ने कहा कि इस दिन एक बड़ी रैली भी निकाली जाएगी। यह कार्यक्रम उनकी पार्टी की राजनीतिक गतिविधियों को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
पिता की विरासत
रामविलास पासवान के राजनीतिक करियर में भी सिद्धांतों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता बहुत स्पष्ट थी। उन्होंने कई बार ऐसी स्थितियों में मंत्री पद को छोड़ने का साहसिक निर्णय लिया, जब उन्हें लगा कि उनके सिद्धांतों से समझौता किया जा रहा है। चिराग ने अपने पिता की इस विरासत को आगे बढ़ाने की ठानी है, और यह स्पष्ट किया है कि वह भी उसी मार्ग पर चलेंगे।