दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं आतिशी, उपराज्यपाल वी.के सक्सेना ने राज निवास में दिलाई शपथ

KNEWS DESK – आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी ने शनिवार शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उपराज्यपाल वी.के सक्सेना ने उन्हें राज निवास में शपथ दिलाई। आतिशी, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और भाजपा नेता सुषमा स्वराज के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं।

8वीं मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ 

आपको बता दें कि आतिशी का यह पद ग्रहण उस समय हुआ है जब पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शराब नीति मामले में जेल से रिहा होने के बाद सीएम पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया। उनका इस्तीफा शुक्रवार की रात को स्वीकार कर लिया गया, जिसके बाद आतिशी को नए मुख्यमंत्री के रूप में आज नियुक्त किया गया। आप नेता आतिशी ने शनिवार को दिल्ली की 8वीं मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं। इस मौके पर आतिशी के साथ कुल पांच मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, कैलाश गहलोत शामिल हैं। वहीं सुल्तानपुर माजरा से पहली बार विधायक बने मुकेश अहलावत, जो आतिशी की कैबिनेट में नया चेहरा होंगे| शपथ समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत आप के कई दिग्गज नेता भी मौजूद रहें |

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केजरीवाल से मुलाकात

आतिशी ने शपथ लेने से पहले अपने प्रस्तावित मंत्रियों के साथ अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। इस बैठक में उन्होंने आगामी योजनाओं पर चर्चा की। बैठक के बाद, सभी मंत्री केजरीवाल के साथ राजभवन के लिए रवाना हुए, जहां उन्होंने आधिकारिक रूप से शपथ ग्रहण किया।

जनता के लिए काम करना हमारी प्राथमिकता – गोपाल राय

शपथ ग्रहण समारोह से पहले, गोपाल राय ने कहा, “जनता के लिए काम करना हमारी प्राथमिकता है। दिल्ली की जनता ने हमें काम करने का मौका दिया है। सरकार में बदलाव विशेष परिस्थितियों के कारण हुआ है, और हमारा लक्ष्य इन बचे हुए महीनों में लंबित कामों को पूरा करना है।”

आप नेता दिलीप पांडे ने भाजपा पर साधा निशाना

इस बीच, आप नेता दिलीप पांडे ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, “पूरी दिल्ली ने देखा कि कैसे भाजपा ने आम आदमी पार्टी को कमजोर करने के लिए संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया। भाजपा को दिल्ली की जनता से बदला लेने का निर्णय लेना पड़ा, क्योंकि उन्होंने तीन बार उन्हें नकार दिया था। हमें न्यायालयों और संविधान का धन्यवाद करना चाहिए कि हमें राहत मिली और भाजपा को एक करारा तमाचा मिला।”

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