KNEWS DESK – कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि ओबीसी, दलित और आदिवासियों सहित भारत के 90 फीसदी लोगों की टॉप 200 व्यवसायों और सर्वोच्च अदालतों में कोई भागीदारी नहीं है।
भारत के 90 फीसदी लोगों की कोई भागीदारी नहीं – राहुल गांधी
आपको बता दें कि राहुल गांधी तीन दिनों के दौरे पर अमेरिका में हैं| अपने इस दौरे पर वॉशिंगटन डीसी में जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी पहुंचे राहुल ने छात्रों से संवाद भी किया|इस दौरान उन्होंने कहा, “हमारे पास डेटा है और मैं आपको बता सकता हूं कि भारत के टॉप 200 व्यवसायों में से 90 फीसदी आबादी के पास लगभग कोई स्वामित्व नहीं है। मैं आपको बता सकता हूं कि देश की सर्वोच्च अदालतों में भारत के 90 फीसदी लोगों की कोई भागीदारी नहीं है। मैं आपको राष्ट्रीय मीडिया, एंकरों, पत्रकारों से कह सकता हूं कि निचली जातियों, ओबीसी, दलितों, आदिवासियों की कोई भागीदारी नहीं है।” इस दौरान उन्होंने ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर निशाना भी साधा|
उन्होंने कहा, “हम सिर्फ ये कह रहे हैं कि देखिए हम समझना चाहते हैं, हम एक स्नैपशॉट चाहते हैं जिससे ये समझ आ सके कि हम कहां हैं। निचली जातियों, दलितों, ओबीसी, गरीब सामान्य जाति की भागीदारी का स्तर क्या है। ये वास्तव में जाति जनगणना है।”
भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS पर निशाना भी साधा
इस दौरान उन्होंने ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर निशाना भी साधा| राहुल गांधी ने कहा, “चुनावों से पहले हम इस विचार पर जोर देते रहे कि संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है। आरएसएस ने शिक्षा प्रणाली पर कब्जा कर लिया है। मीडिया और जांच एजेंसियों पर कब्जा है। हम यह कहते रहे, लेकिन लोगों को समझ में नहीं आ रहा था। फिर संविधान को आगे रखना शुरू किया और जो कुछ भी कहा था, वह अचानक से फूट पड़ा।”
उन्होंने कहा कि गरीब और उत्पीड़ित भारत ने यह समझ लिया है कि यदि संविधान खत्म हो गया, तो पूरा खेल समाप्त हो जाएगा। गांधी का कहना है कि संविधान की रक्षा करने वालों और इसे नष्ट करने वालों के बीच एक महत्वपूर्ण संघर्ष शुरू हो गया है। उन्होंने जाति जनगणना के मुद्दे को भी बड़ी भूमिका में रखा, जो अचानक चर्चा में आ गया है।
राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनावी प्रक्रिया में अपनी बढ़त बनाए रखने के लिए कई उपाय किए हैं। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि निष्पक्ष चुनाव में भाजपा 246 के करीब थी। उनके पास बहुत बड़ा आर्थिक लाभ था। उन्होंने हमारे बैंक खाते बंद कर दिए थे।”
पीएम मोदी की रणनीतियों पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने चुनावी प्रक्रिया और नरेंद्र मोदी की रणनीतियों पर सवाल उठाते हुए इसे “स्वतंत्र चुनाव” नहीं मानने की बात कही। गांधी का आरोप है कि चुनाव आयोग ने पूरी प्रक्रिया को भाजपा के पक्ष में नियंत्रित किया, जिससे चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं थे।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के बारे में कहा, “चुनाव आयोग वही कर रहा था, जो वे (भा.ज.पा.) चाहते थे। पूरा अभियान इस तरह से डिजाइन किया गया था कि नरेंद्र मोदी देश भर में अपने प्रभाव का प्रदर्शन करें। जिन राज्यों में वे (भा.ज.पा.) कमजोर थे, वहां उन्हें कमजोर स्थिति से बाहर निकालने के लिए अलग रणनीति अपनाई गई, और जहां वे मजबूत थे, वहां उनकी स्थिति को और भी मजबूत किया गया। मैं इसे स्वतंत्र चुनाव के रूप में नहीं देखता। मैं इसे नियंत्रित चुनाव के रूप में देखता हूं।”