KNEWS DESK – हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर चर्चाएं तेज़ हो गई हैं। इन दोनों दलों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है, हालांकि अब तक अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस आम आदमी पार्टी को 5 सीटें देने के लिए तैयार है, और AAP इस पर लगभग सहमति बना चुकी है।
सीट बंटवारे की बातचीत
आम आदमी पार्टी पहले 10 सीटों की मांग कर रही थी, लेकिन बाद में इसे घटाकर 7 सीटों पर सहमति की उम्मीद थी। अब चर्चा 5 सीटों पर हो रही है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने गठबंधन की संभावना पर कहा कि दोनों पार्टियों के बीच सकारात्मक बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा, “आरजू भी है, हसरत भी है और उम्मीद भी है…”
कांग्रेस की तरफ से सकारात्मक संकेत
कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया ने भी गठबंधन की संभावनाओं को लेकर सकारात्मक संकेत दिए हैं। उन्होंने बताया कि AAP के साथ बातचीत सकारात्मक दिशा में है, और जल्द ही गठबंधन पर अंतिम निर्णय हो सकता है। उन्होंने कहा, “हम स्थानों और संख्याओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं, और हमें उम्मीद है कि परिणाम जल्द ही सामने आएंगे।”
कई सीटों पर पेंच फंसा
सूत्रों के मुताबिक, कलायत जैसी कुछ सीटों पर आम आदमी पार्टी की ओर से अड़चनें आ रही हैं। AAP कुरुक्षेत्र में कम से कम एक सीट की मांग कर रही है। अगर कांग्रेस और AAP के बीच सीटों को लेकर सहमति नहीं बनती, तो AAP अपने प्लान-B के तहत उम्मीदवारों की सूची जारी करने की योजना बना रही है। इसमें बागी नेताओं को भी टिकट देने पर विचार किया जा सकता है।
AAP में विरोध की आवाजें भी उठीं
आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती ने इस गठबंधन को लेकर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली लोकसभा चुनाव में AAP और कांग्रेस के गठबंधन के बावजूद कांग्रेस से अपेक्षित समर्थन नहीं मिला था। उन्होंने सुझाव दिया कि AAP को इस गठबंधन पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
गठबंधन से किसे होगा फायदा?
कांग्रेस और AAP के बीच गठबंधन हरियाणा की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है। हालांकि, इस गठबंधन से किस पार्टी को ज्यादा फायदा होगा, यह एक अहम सवाल बना हुआ है।
5 अक्टूबर को होना है मतदान
गौरतलब है कि हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होगा। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 12 सितंबर है।