KNEWS DESK- रूस और यूक्रेन के बीच ढाई साल से जारी संघर्ष के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार यानी आज यूक्रेन की राजधानी कीव में कदम रखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते गुरुवार रात पोलैंड से ट्रेन के माध्यम से यात्रा की और भारतीय समय के अनुसार सुबह 10 बजे कीव पहुंचे। इस यात्रा में उन्हें लगभग 10 घंटे की यात्रा करनी पड़ी।
भारतीय समुदाय का स्वागत और श्रद्धांजलि
कीव पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने फोमिन बोटैनिकल गार्डन में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। यह क्षण भारतीय और यूक्रेनी दोनों ही समुदायों के लिए महत्वपूर्ण था, जो महात्मा गांधी की शांति और अहिंसा की धारा को सम्मानित कर रहा था।
राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी के कीव दौरे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ मुलाकात होगा। यह मुलाकात यूक्रेन के संघर्ष और शांति प्रक्रिया पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
ऐतिहासिक यात्रा
यह यात्रा कई दृष्टियों से ऐतिहासिक है। 1991 में सोवियत संघ के टूटने के बाद यूक्रेन की स्थापना हुई थी, और तब से कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री यूक्रेन का दौरा नहीं किया था। पीएम मोदी का यह दौरा इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है कि 24 फरवरी 2022 को रूस के हमले के बाद से, नाटो देशों के अलावा किसी अन्य देश के नेता ने यूक्रेन का दौरा नहीं किया था।
यूक्रेन की ओर से निमंत्रण
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कुछ महीने पहले पीएम मोदी को यूक्रेन आने का न्योता दिया था। इस निमंत्रण का उत्तर देते हुए, पीएम मोदी ने यह यात्रा की, जो भारत और यूक्रेन के बीच संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल भारत और यूक्रेन के रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा, बल्कि यह भी संकेत देगा कि भारत शांति और स्थिरता की ओर किस प्रकार की पहल कर रहा है। इस दौरे के माध्यम से भारत, वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति और सक्रियता को स्पष्ट रूप से दिखा रहा है।