फुटबॉल मैच हारने पर तमिलनाडु में टीचर ने खिलाड़ियों को पीटा, देखें वीडियो

KNEWS DESK- तमिलनाडु के सेलम जिले के एक स्कूल में एक फिजिकल टीचर द्वारा फुटबॉल खिलाड़ियों के साथ बुरी तरह के बर्ताव की घटना सामने आई है। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि शिक्षक अन्नामलाई ने अपनी टीम के खिलाड़ियों को खेल में खराब प्रदर्शन के लिए बेरहमी से पीटा। इस घटना ने सोशल मीडिया पर जबरदस्त गुस्सा और नाराजगी का माहौल पैदा कर दिया है।

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घटना का विवरण

अन्नामलाई, जो मेट्टूर के पास एक स्कूल में फिजिकल टीचर के रूप में काम करता है, को हाल ही में फुटबॉल टीम के प्रदर्शन से निराशा हुई। जब उनकी टीम एक प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई, तो गुस्साए शिक्षक ने खिलाड़ियों को शारीरिक दंड देना शुरू कर दिया। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि अन्नामलाई ने खिलाड़ियों को थप्पड़ मारे, लातें मारीं और उनके बाल भी खींचे।

वीडियो में टीचर खिलाड़ियों से सवाल पूछते हुए सुनाई दे रहे हैं, “क्या तुम लड़के हो या लड़कियां? तुमने गोल कैसे करने दिया? तुमने फुटबॉल को अपने पास से कैसे जाने दिया?” इस तरह के सवाल और शारीरिक दंड ने सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया है।

प्रतिक्रियाएं और कार्रवाई

इस वीडियो के वायरल होने के बाद, संगीरी ज़िला शिक्षा अधिकारी ने तुरंत जांच शुरू की और अपनी रिपोर्ट विभाग और जिला कलेक्टर को सौंपी। अन्नामलाई को उनके कार्यों के लिए निलंबित कर दिया गया है। हालांकि, वीडियो ने इंटरनेट पर व्यापक गुस्सा और नाराजगी को जन्म दिया है। कई लोगों ने टीचर के व्यवहार की निंदा की है और उनकी तत्काल बर्खास्तगी की मांग की है।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं मिश्रित रही हैं। एक यूजर ने लिखा, “यह कौन है? इसे फुटबॉल से बैन कर देना चाहिए।” एक अन्य यूजर ने कहा, “इस तरह के कोच ही कारण हैं कि हम फुटबॉल में कहीं नहीं पहुंच पा रहे हैं। टारगेट खिलाड़ियों का डेवलपमेंट होना चाहिए, नतीजे पर नहीं। हमारे कोच अभी भी 1950 के दशक में हैं।” एक अन्य ने टीचर की बर्खास्तगी की मांग की, कहा कि खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन के लिए सकारात्मक प्रोत्साहन की जरूरत है, न कि हिंसा की।

इसके विपरीत, कुछ यूजर्स ने इस व्यवहार को सही ठहराते हुए कहा कि यह अनुशासन का हिस्सा है और इस तरह के कठोर उपाय खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करते हैं। एक यूजर ने लिखा, “हमारे पीटी हमें पीटा करते थे और हमने कभी शिकायत नहीं की, बल्कि अच्छा प्रदर्शन किया। चीजें बहुत बदल गई हैं।”

आगे की कार्रवाई

हालांकि अन्नामलाई के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की गई है, इस घटना ने एक बार फिर से खेल और शिक्षा के क्षेत्र में अनुशासन और प्रशिक्षण के तरीकों पर बहस को जन्म दिया है। सामाजिक और कानूनी दृष्टिकोण से इस मुद्दे पर और भी अधिक विचार-विमर्श की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और एक सकारात्मक खेल माहौल सुनिश्चित किया जा सके।

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