KNEWS DESK – साल 2018 में इम्तियाज अली और एकता कपूर के संयुक्त निर्माण में बनी फिल्म “लैला मजनू” ने दर्शकों के दिलों में जगह बनाई थी, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इसे उतनी सफलता नहीं मिली थी, जिसकी उम्मीद की जा रही थी। तृप्ति डिमरी और अविनाश तिवारी के दमदार अभिनय से सजी इस फिल्म ने अपनी रिलीज के समय मिश्रित समीक्षाएं प्राप्त की थीं। बावजूद इसके, फिल्म की प्रेम कहानी का जादू धीरे-धीरे दर्शकों के दिलों में बसता गया।
ओटीटी पर मिली नई पहचान
फिल्म की असली ताकत तब उभरकर सामने आई जब इसे ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज़ किया गया। यहां दर्शकों ने “लैला मजनू” की प्रेम कहानी को भरपूर सराहा और इसे दोबारा सिनेमाघरों में देखने की मांग उठने लगी। 9 अगस्त 2024 को, दर्शकों की इस मांग को पूरा करते हुए फिल्म को फिर से थिएटर्स में रिलीज़ किया गया।
दोबारा रिलीज़ पर शानदार प्रदर्शन
फिल्म की दूसरी रिलीज़ पर इसका जादू फिर से चला। अविनाश तिवारी और तृप्ति डिमरी की इस दिल छू लेने वाली कहानी ने दर्शकों का दिल जीत लिया। महज दो दिनों में “लैला मजनू” ने बॉक्स ऑफिस पर 1 करोड़ रुपये का कारोबार किया। पहले दिन फिल्म ने 30 लाख रुपये कमाए, जबकि दूसरे दिन यह आंकड़ा 70 लाख रुपये तक पहुंच गया।
अविनाश तिवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर फिल्म को मिल रहे प्यार के लिए दर्शकों का धन्यवाद किया। उन्होंने लिखा, “इतना प्यार के लिए आपका धन्यवाद। मैंने हमेशा माना है कि दर्शकों का एक बड़ा वर्ग है जो अपनी आवाज नहीं उठाता लेकिन जो नहीं बोलते, वो जब बोलते हैं तो क्या कमाल बोलते हैं। आपका धन्यवाद ऑडियंस। यह आपकी जीत है। मुझे पता है कि आपके लिए पर्सनल बात है।”
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2018 में कैसा था प्रदर्शन?
2018 में जब “लैला मजनू” रिलीज़ हुई थी, तब फिल्म ने पहले दिन 45 लाख रुपये का कारोबार किया था और इसका लाइफटाइम कलेक्शन केवल 2.89 करोड़ रुपये तक पहुंच पाया था। हालांकि, 6 साल बाद फिल्म को मिले रिस्पॉन्स ने साबित कर दिया कि एक अच्छी फिल्म समय के साथ अपनी पहचान बना ही लेती है।
आगे का सफर
फिल्म “लैला मजनू” की दोबारा रिलीज़ ने यह साबित कर दिया है कि अगर कंटेंट में दम हो, तो फिल्म को समय के साथ दर्शकों का प्यार जरूर मिलता है। इस फिल्म की सफलता ने तृप्ति डिमरी और अविनाश तिवारी के करियर को भी एक नई दिशा दी है। आने वाले समय में इन दोनों सितारों से दर्शकों को और भी बेहतरीन परफॉर्मेंस की उम्मीद है।
इस तरह “लैला मजनू” ने 6 साल बाद भी यह साबित कर दिया कि सच्ची प्रेम कहानियों का जादू कभी नहीं मिटता। यह फिल्म न केवल अपने समय की एक अंडररेटेड क्लासिक बन गई है, बल्कि आने वाले समय में भी इसे सिनेमा प्रेमियों के बीच एक खास जगह मिलेगी।
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