KNEWS DESK- मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में बीते गुरुवार शाम शपथ ली। चार दिन पहले प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर पड़ोसी देश भारत भागना पड़ा था। 84 वर्षीय यूनुस ने ढाका स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह के दौरान शपथ ली। इस समारोह में राजनेता, सिविल सोसायटी के लोग, जनरल और राजनयिक शामिल हुए।
बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन द्वारा शपथ दिलाए जाने के बाद मोहम्मद यूनुस ने कहा कि मैं संविधान की रक्षा करूंगा, उसका समर्थन करूंगा और उसका संरक्षण करूंगा। उनके मंत्रिमंडल के एक दर्जन से अधिक सदस्य, जिन्हें मंत्री नहीं बल्कि सलाहकार का पद दिया गया है, उन्होंने भी शपथ ली जो बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे थे।
अंतरिम सरकार में सलाहकारों की 16 सदस्यीय परिषद की घोषणा की गई। ये अंतरिम सरकार एक निश्चित अवधि के लिए संकटग्रस्त बांग्लादेश का नेतृत्व करेगी और निर्वाचित सरकार को सत्ता हस्तांतरण के लिए चुनाव की देखरेख करेगी। अन्य लोगों में पूर्व विदेश सचिव तौहीद हुसैन और पूर्व अटॉर्नी जनरल हसन आरिफ शामिल हैं। पुरस्कार विजेता पर्यावरण वकील सईदा रिजवाना हसन और टॉप प्रोफेसर और लेखक आसिफ नजरूल ने भी शपथ ली थी।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रर्दशनों के बाद शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया था। इस घटनाक्रम के तीन दिन बाद कार्यवाहक सरकार के प्रमुख के रूप में यूनुस ने शपथ ग्रहण की है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को देश में नए सिरे से चुनाव कराने का काम सौंपा गया है।
बांग्लादेश के नए प्रमुख बने मोहम्मद यूनुस ऐसे 32वें शख्स हैं जो नोबेल पुरस्कार जीत चुके हैं और अब राष्ट्र प्रमुख की जिम्मेदारी निभाएंगे। इससे पहले पूरी दुनिया में 31 लोग और हैं जिन्हें नोबेल पुरस्कार भी मिला है और उन्होंने राष्ट्र प्रमुख की भूमिका भी निभाई है।
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