KNEWS DESK- दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आज आरोप लगाया कि उन्होंने सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को लेकर कई बार उपराज्यपाल वी के सक्सेना को पत्र लिखा है, लेकिन उनके पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है| आरोप पर एलजी कार्यालय की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई|
दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए भारद्वाज ने कहा कि डॉक्टरों और तकनीशियनों की भर्ती एलजी के अधिकार क्षेत्र में आती है| मैंने उन्हें कई बार पत्र लिखा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है|मैं पिछले साल मार्च में स्वास्थ्य मंत्री के रूप में शामिल हुआ था और 19 अप्रैल 2023 को डॉक्टरों के 292 और विशेषज्ञों के 234 रिक्त पदों को भरने के लिए उन्हें पत्र लिखा था| मैंने सुझाव दिया था कि चूंकि यूपीएससी के माध्यम से भर्ती में समय लग रहा है, इसलिए डॉक्टरों को अनुबंध के आधार पर रखा जा सकता है लेकिन एलजी वी के सक्सेना को इसकी बिल्कुल भी चिंता नहीं है और वे अपनी जिम्मेदारियों से भागते हैं और निर्वाचित सरकार को दोषी ठहराते हैं|
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने इस साल 26 जुलाई को एलजी से फिर अनुरोध किया कि वे डॉक्टरों, विशेषज्ञों और पैरामेडिक्स को अनुबंध के आधार पर भर्ती करें| उन्होंने कहा कि यहां तक कि उच्च न्यायालय ने भी सेवा विभाग को डॉक्टरों को अनुबंध पर नियुक्त करने का निर्देश दिया था लेकिन कोई भर्ती नहीं की गई|