रिपोर्ट – रीतेश चौहान
उत्तर प्रदेश – माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान भोले शिव पृथ्वी पर भृमण करते हैं, इसी मान्यता को लेकर सनातनी हिन्दू बड़ी तादाद में गंगा से जल भरकर कावंर लेकर शिवालयों तक पहुंच कर जलाभिषेक करते हैं|
हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक
आपको बता दें बदायूं में भी प्रसिद्ध मंदिर बिरुआबाड़ी व सहस्र धाम गौरीशंकर मंदिर में सावन के पहले सोमवार पर सुबह से ही हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया| बदायूं में कछला गंगा घाट से बरेली तक कावड़ियों का मुख्य मार्ग है, जिस पर प्रशासन चाक चौबंद व्यवस्थाएं की हैं| खान-पान की दुकानों पर भी दुकानदारों ने नेम प्लेट लगाई हैं, वहीं श्रद्धालुओं का कहना है सावन के महा में भगवान शिव पर जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं|
कांवड़ मार्गों पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
बता दें उत्तर प्रदेश की सरकार निरन्तर प्रति वर्ष कांवड़ियों की बढ़ती संख्या और सनातनियों की आस्था को देखते हुए कांवड़ यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने को व्यापक व्यवस्था करती है| इसी क्रम में प्रशासन कांवड़ मार्गों पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस ड्यूटी लगाकर कांवड़ियों की सुगमता का पूरा ध्यान रख रही है और कांवड़ियों को कोई परेशानी न हो इसके लिए रूट डायवर्जन व विश्राम कैम्प गंगा तटों पर साफ सफाई और गोताखोरों की व्यवस्था की गई है|