Knews Desk, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा दौरे के दौरान अहीरवाल क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खुली चुनौती दी। हुड्डा की ओर से शुरू किए गए ‘हरियाणा मांगे जवाब’ अभियान पर भी अमित शाह की ओर से की गई टिप्पणी का राजनीतिक अर्थ आखिर क्या था, के बारे में हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने विस्तार से वर्णन किया। अनिल विज ने बताया कि आखिर अमित शाह की चुनौती का क्या मतलब है। इसके साथ ही उन्होंने भूपेंद्र हुड्डा के 10 साल के कार्यकाल और उनकी सरकार में विपक्ष से किए जाने वाले व्यवहार का भी खुलासा किया। हुड्डा की ओर से तैयार की गई बीजेपी की चार्जशीट को लेकर भी अनिल विज ने बड़ा बयान दिया है।
अमित शाह की ओर से मंच के माध्यम से हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को दी गई चुनौती को सही ठहराते हुए अनिल व ज ने कहा कि अब ये लोग (भूपेंद्र हुड्डा) जो उछलकूद कर रहे थे। शायद अब बैठ गए होंगे। विज ने कहा कि जनता को यह बताने की जरूरत है कि हुड्डा ने अपने 10 साल के शासन में क्या कुछ किया? उन्होंने आरोप लगाया कि हुड्डा सरकार में किसानों की जमीन लूटी गई। हुड्डा की गाड़ी जिधर जाती थी, किसान अपने खेत छोड़कर भाग जाते थे। लोगों की जमीन सस्ते दामों पर खरीदकर बिल्डर माफिया को दे दी। नौकरियों की मंडियां लगाई गई और बकायदा उनकी बोलियां लगती थी। तबादलों की मंडियों और बाजार सजते थे। इसलिए जनता को यह सब कुछ बताने की जरूरत हैं।
एक-एक वर्कर बनाएगा हुड्डा के कारनामों की चार्जशीट
अनिल विज ने कहा कि इस बार के चुनाव के दौरान हरियाणा में जितनी पार्टियां चुनावी मैदान में आ रही है, उन सबकों हरियाणा में राज करने का मौका मिला है। इनमें बीजेपी को भी राज करने का मौका मिला है। कांग्रेस और इनेलो को भी प्रदेश में राज करने का मौका मिला है। लोगों ने तीनों दलों का राज देखा है। इसलिए लोग अब हर दल का तुलनात्मक अध्य्यन करेंगे कि इनेलो, कांग्रेस और बीजेपी का राज कैसा था। विज ने बताया कि बीजेपी के राज में निष्पक्ष भर्तियां की गई। ऑनलाइन तबादले किए गए है। भ्रष्टाचार पर नकेल लगाई गई है। पारदर्शिता बढ़ाई गई है। विज ने कहा कि अमित शाह ने भूपेंद्र हुड्डा की ओर से तैयार की गई चार्जशीट का जवाब दिया है। अब बीजेपी का एक-एक कार्यकर्ता हुड्डा के कारनामों की चार्जशीट बनाएगा।
हुड्डा प्रजातंत्र का दुश्मन
भूपेंद्र हुड्डा के 10 साल के कार्यकाल के बारे में जिक्र करते हुए हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हुड्डा पूरी तरह से प्रजातंत्र के खिलाफ है। वह प्रजातंत्र का दुश्मन है। वह लोग विधानसभा में विपक्ष को बोलने नहीं देते थे। बोलने पर उन्हें उठाकर बाहर फेंकते थे। ऐसा इस देश और दुनिया के किसी भी प्रजातंत्र में नहीं होता है।
विपक्ष का बखूबी जवाब देंगे
महज 18 दिनों के भीतर केंद्रीय गृह अमित शाह के हरियाणा के दूसरे दौरे पर विज ने उन्हें हिंदुस्तान का चाणक्य बताते हुए कहा कि वह हर गहराई को जानते हैं। चुनाव के लिए हर क्षेत्र में जाएंगे और अपनी बात कहेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान जो बात विपक्ष कहेगा उसका भी बखूबी जवाब देंगे।
लोगों के फायदे वाली नीति बनाना ही प्रजातंत्र
अनिल विज ने कहा कि प्रजातंत्र का पहला पैमाना है कि इस प्रकार की नीतियो बनाओं और काम करो, जिससे अधिक से अधिक लोगों को फायदा हो सकता हो। नायब सैनी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद इस प्रकार के कई फैसले पलटे भी है, जिससे लोगों को दिक्कत हो रही थी। यहीं प्रजातंत्र भी है। लोगों की बात सुनकर, उसका एहसास करने के बाद उसी के अनुसार फैसला लेना चाहिए। बीजेपी की सरकार इससे गुरेज नहीं करती।
दो साल तक फाइल लेकर भागना पड़ा
अंबाला में शुरू हुई अनेक परियोजनाओं में सबसे महत्वपूर्ण परियोजना वहां बन रहे हवाई अड्डे को लेकर अनिल विज ने कहा कि इस प्रोजेक्ट को शुरू करवाना करीब असंभव था। इसके लिए उन्हें बहुत मेहनत करनी पड़ी। दो साल तक उन्हें खुद फाइलें लेकर भागना पड़ा। सबसे बड़ी समस्या टर्मिनल के लिए जमीन मिलना था, क्योंकि कहीं पर भी टर्मिनल के लिए सही जमीन नहीं मिल रही थी। बाद में जो जमीन मिली, वह सेना के क्षेत्र में थी और सेना से जमीन लेना बहुत कठिन काम था। खैर सब कुछ होने के बाद वहां होने वाले निर्माण कार्यों के अलावा हवाई जहाज उड़ने तक हर चीज के अनुमति ली जा चुकी है। अब बस केवल 15 अगस्त का इंतजार है, जिस दिन वहां से जहाज उड़ेगा।