KNEWS DESK- हेमंत सोरेन पिछले महीने जेल से रिहा हुए हैं| हाईकोर्ट ने उन्हें जमीन घोटाला मामले में जमानत दी है| रिहाई के बाद उन्होंने फिर से सीएम पद संभाला है| झारखंड में कुछ ही महीनों बाद विधानसभा चुनाव का आयोजन किया जाना है। इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी से दिल्ली में मुलाकात की है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार (15 जुलाई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की| सीएम सोरेन दिल्ली पहुंचे और फिर प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचकर पीएम मोदी से मुलाकात की| जून के आखिरी हफ्ते में जेल से रिहा होने के बाद झारखंड सीएम सोरेन और पीएम मोदी की ये पहली मुलाकात है| हाईकोर्ट ने जमीन घोटाले में हेमंत सोरेन को जमानत दी थी, जिसके बाद वह 28 जून को जेल से बाहर आए| झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली में पीएम आवास पर पीएम मोदी से मुलाकात की है। हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी को गुलदस्ता भी भेंट किया है। दूसरी ओर सीएम हेमंत सोरेन ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया है। उन्होंने X पर लिखा- “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से शिष्टाचार मुलाकात हुई।”
जानें क्यों हुई मुलाकात
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम हेमंत सोरेन के बीच झारखंड के विकास को लेकर चर्चा हुई है| सीएम बनने के बाद वह एक बार फिर से झारखंड के विकास पर फोकस करना चाहते हैं| इसके लिए उन्हें केंद्र सरकार की भी मदद की जरूरत है| इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि उन्होंने झारखंड के लिए फंड या प्रोजेक्ट की मांग की होगी|
झारखंड में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं, जिन पर सभी की निगाहें हैं| हेमंत सोरेन चाहते हैं कि पिछले कुछ महीने जिस तरह से राज्य की राजनीति में उथल-पुथल देखने को मिली है, उससे झारखंड को काफी नुकसान हुआ है|
ऐसे में वह झारखंड के लोगों के लिए काम करना चाहते हैं, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट से लेकर कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हो सकती हैं| इसके लिए उन्हें फंड की जरूरत पड़ेगी| हालांकि, अभी तक आधिकारिक रूप से इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है कि दोनों के बीच क्या बात हुई है|
समय से पहले हो सकते हैं चुनाव
झारखंड में विधानसभा के चुनाव निर्धारित समय से दो महीने पहले अक्टूबर में कराए जा सकते हैं। हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव इसी समय होने हैं। इन दोनों राज्यों में चुनाव पूर्व वोटर लिस्ट को अपडेट और रिवाइज करने की प्रक्रिया जिस शेड्यूल के तहत चल रही है, झारखंड में भी वही शेड्यूल फॉलो किया जा रहा है। इसी आधार पर झारखंड के चुनाव इन दोनों राज्यों के साथ कराए जाने के संकेत मिल रहे हैं।
ये भी पढ़ें- देहरादून में हुई भाजपा कार्यसमिति की बैठक, उपचुनाव में मिली हार और आगामी चुनाव की रणनीति पर किया गया मंथन