KNEWS DESK- हाथरस कांड में उत्तरप्रदेश की योगी सरकार सख्त नजर आ रही है। आज यानी 9 जुलाई को एसडीएम, सीओ और तहसीलदार समेत 6 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में एसआईटी ने बीते सोमवार को यूपी सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी।
बता दें कि इस मामले में 123 लोगों की मौत का जिम्मेदार आयोजकों को माना गया था क्योंकि आयोजकों ने 80,000 लोगों की भीड़ उठाने की जिम्मेदारी ली थी लेकिन सत्संग में ढाई लाख से ज्यादा लोग शामिल हो गए। यही भगदड़ का कारण रहा। भीड़ जुटने के बाद आयोजकों ने उचित प्रबंध नहीं किए। जिसका परिणाम ये हुआ कि अचानक भगदड़ मची और 123 लोगों की मौत हो गई।
करीब 300 पन्नों की रिपोर्ट में मृतकों के परिजनों और घायल श्रद्धालुओं समेत 119 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। एसआईटी ने डीएम हाथरस आशीष कुमार, एसपी निपुण अग्रवाल, एसडीएम और सीओ सिकंदराराऊ के साथ 2 जुलाई को सत्संग के दौरान ड्यूटी पर तैनत पुलिस कर्मियों के भी बयान दर्ज किए।
सुप्रीम कोर्ट में 12 जुलाई को होगी सुनवाई
यूपी के हाथरस में भोलेबाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ और 123 लोगों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट में 12 जुलाई को सुनवाई होगी। मंगलवार को सर्वोच्च अदालत के सामने याचिका दायर की गई। जिस पर सुनवाई 12 जुलाई को होगी।
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