रिपोर्ट – राजेश शुक्ल
गोंडा – उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्कूली वाहनों में बच्चों की सुरक्षा के लिए 13 मानक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं और सभी स्कूली बसों और वैनों की फिटनेस की जांच करके 25 जुलाई तक रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट मिलने के बाद उसके आधार पर ही बच्चों की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा ठोस कदम उठाया जाएगा। इस निर्देश के बाद गोंडा जिले का परिवहन विभाग लगातार स्कूली बसों और वैनों की जांच करके 13 मानकों को पूरा करवाने में जुटा हुआ है।
बता दें कि सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के बाद गोंडा जिले का परिवहन विभाग लगातार स्कूली बसों और वैनों की जांच करके 13 मानकों को पूरा करवाने में जुटा हुआ है। आज गोंडा परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा कई विद्यालयों की अब तक लगभग 100 बसों और वैनों को चेक करके मानकों को देखा गया, जहां कुछ बसें मानकों को नहीं पूरा करती हैं 13 मानकों को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं मानकों को ना पूरा करने वाली स्कूली बसों और वैनों को परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा जांच करके सीज किया जा रहा है और स्कूली बच्चों को बसों और वैनों से दोबारा ना ले जाने की सख्त हिदायत भी दी जा रही है।
वहीं गोंडा परिवहन विभाग के यात्री कर अधिकारी शैलेंद्र तिवारी ने बताया कि अब तक लगभग 100 बसों की जांच हम लोगों द्वारा की जा चुकी है। ज्यादातर जो स्कूली बसें हैं वह अपने मानकों को पूरा कर रही हैं। कुछ ही बसे हैं जिनमें कुछ मानक पूरे नहीं है| किसी में मेडिकल किट में दवाइयां नहीं है तो किसी का फायर एक्सटेंशन नहीं काम कर रहा है। सभी को ठीक करवाने के निर्देश दिए गए हैं| जो भी अनफिट और मानक विभिन्न स्कूली बसें हैं। उनको तत्काल सीट करके ना चलने की हिदायत भी विद्यालय प्रशासन को दी गई है।
जो भी टेंपो या बैटरी रिक्शा से बच्चों को विद्यालय लेकर आया जा रहा है, उन लोगों के खिलाफ भी लगातार अभियान चला करके कार्रवाई की जा रही है। अगर कोई मानक विहीन बस रोड पर चलती हुई मिलेगी तो कठोर से कठोर कार्रवाई बस संचालक के साथ विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ भी की जाएगी।