भ्रष्टाचार और जातिवाद का दलदल, इस्तीफे के बाद बोले कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीना

KNEWS DESK- राजस्थान सरकार में कृषि और ग्रामीण मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के बाद जहां एक तरफ राजस्थान की राजनीति में हलचल मच हई तो वहीं दूसरी ओर किरोड़ीलाल मीणा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने राजनीति में आई गिरावट पर अपना दुख भी जाहिर किया और कहा कि अब इसमें भ्रष्टाचार, जातिवाद और वंशवाद है।

किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि स्वच्छ और हाईमोरल वाली राजनीति की आवश्यकता है। राजनीति दलदल में जा चुकी है, जहां भारी भ्रष्टाचार है, जातिवाद है, जहां भयंकर वंशवाद है। कीचड़ उछाला जाता है एक- दूसरे के ऊपर, लेकिन इससे देश मजबूत नहीं होता। लोकतंत्र कमजोर होता है। लोकतंत्र मजबूत हो, देश मजबूत हो…राजनीति चाणक्य और चंद्रगुप्त जैसी हो, विश्वामित्र और भगवान राम के जैसी हो। ये आज के समय में संभव नहीं है, लेकिन इस ओर देश को मोड़ना पड़ेगा। किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि राजनीति के कुछ लोग हिंदू को बांटते हैं, क्षेत्रवाद फैलाते हैं, जातिवाद फैलाते हैं।

किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि हाईकमान ने मुझे दिल्ली बुलाया है। मैं उन्हें बता दूंगा कि मैं लोकसभा चुनाव में पार्टी को जिताने में असफल रहा। किरोड़ीलाल मीणा ने अपने एक्स पेज पर रामचरित्र मानस की प्रसिद्ध पंक्तियां ‘रघुकुल रीति सदा चली आई, प्राण जाई पर वचन न जाई’ पोस्ट कीं, ताकि किसी भी कीमत पर अपना वादा निभाने के अपने अटल इरादे को रेखांकित किया जा सके। किरोड़ीलाल मीणा ने दौसा, भरतपुर, करौली-धौलपुर, अलवर, टोंक-सवाईमाधोपुर और कोटा-बूंदी सहित पूर्वी राजस्थान की सीटों पर प्रचार किया। पिछले महीने घोषित परिणामों में भाजपा दौसा, भरतपुर, करौली-धौलपुर और टोंक-सवाईमाधोपुर हार गई।

किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि उन्होंने अपना वादा निभाने के लिए इस्तीफा दिया है। उन्होंने बताया कि नाराजगी की कोई वजह नहीं है। मैंने इस्तीफा दे दिया है। मैं हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में नहीं गया, क्योंकि अगर मैं इस्तीफा देता तो नैतिक रूप से जा सकता था। मैं सीएम से भी मिला था। उन्होंने सम्मानपूर्वक कहा था कि वे इस्तीफा स्वीकार नहीं करेंगे। किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि उन्होंने पहले ही सार्वजनिक रूप से घोषणा कर दी थी कि अगर पार्टी उन सीटों पर जीत हासिल नहीं करती है, जिन पर उन्होंने काम किया है, तो वे इस्तीफा दे देंगे। पिछले साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद वे मुख्यमंत्री पद की दौड़ में भी थे, लेकिन पार्टी हाईकमान ने पहली बार विधायक बने भजनलाल शर्मा को राज्य का नेतृत्व करने के लिए चुना। पांच बार विधायक और पूर्व राज्यसभा सांसद किरोड़ी मीना दौसा और सवाई माधोपुर से लोकसभा सांसद रह चुके हैं।

ये भी पढ़ें- नताशा स्टेनकोविक ने एक बार फिर शेयर किया क्रिप्टिक पोस्ट, कहा- ‘वो तुम्हें न कभी छोड़ेगा’

About Post Author