KNEWS DESK- बढ़ती गर्मी लोगों की याददाश्त और सोचने- समझने की क्षमता को कम कर रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि बढ़ती गर्मी लोगों की याददाश्त और सोचने- समझने की क्षमता में कमी ला रही है। वहीं तापमान का 4 डिग्री बढ़ने पर सोचने समझने की क्षमता 10% कम हो जाती है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि बढ़ता तापमान इंसान को चिड़चिड़ा, गुस्सैल और आक्रामक बना देता है। वहीं बढ़ती गर्मी के कारण लोग कोई फैसला सही ढंग से नहीं ले पाते हैं। इसके अलावा तापमान का 4 डिग्री बढ़ने पर सोचने समझने की क्षमता 10 फीसदी तक कम हो जाती है जिसके चलते मर्डर, घरेलू हिंसा जैसे मामले सामने आते हैं इसलिए दिमाग को कंट्रोल करने के लिए ठंडक जरुरी है।
वहीं जो लोग दिल और दिमाग से जुड़ी कोई पुरानी बीमारी से पीड़ित हैं तो गर्मी से उनकी ब्रेन स्ट्रोक से मौत भी हो सकती है। इसके अलावा आपको बता दें कि गर्मी की वजह से छात्रों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं और वे पढ़ाई में अपना अच्छा प्रदर्शन भी नहीं कर पाते हैं इसलिए दिमाग को ठंडा रखिये और हीटवेव से खुद को बचा कर रखिये।
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