शिवपाल यादव ने बताया अपना दर्द, कहा- ‘100 सीटें मांगी थी, लेकिन मिली सिर्फ एक… फिर भी अखिलेश को माना नेता’

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चाचा-भतीजे भले ही साथ हो लेकिन, भतीजे के एक सीट देने से चाचा शिवपाल कही न कही इस बात से आहात है, जिसका ज़िक्र उन्होंने अपने चुनाव प्रचार के दौरान किया। शिवपाल यादव ने अपना दर्द सुनाते हुए कहा कि, उन्होंने सपा अध्यक्ष से अपनी पार्टी के लिए 100 सीटें मांगी थी, लेकिन मिली सिर्फ एक. फिर भी उन्होंने अखिलेश को ही नेता मान लिया है।

चाचा शिवपाल बोले कि हमने अपनी पार्टी का बलिदान दिया है, गठबंधन से चुनाव लड़ रहे हैं, हमने फिर भी अखिलेश यादव को अपना नेता मान लिया है और अब कंपटीशन है कि कौन सबसे ज्यादा वोटों से जीतेगा करहल में अखिलेश यादव जीत पाएंगे या फिर जसवंतनगर से हमारी प्रचंड जीत होगी. अब आप लोगों को देखना है और रिकॉर्ड मतों से जिताना है।

वह अपने समर्थकों से डोर टू डोर वोट मांग रहे हैं. उन्होंने वोट मांगते समय स्थानीय लोगों के पास बैठकर कहां की हमने अपना पार्टी खड़ी की शिवपाल बोले कि उन्होंने अपनी पार्टी (प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया)) के लिए 100 सीटें मांगी थीं. वह बोले कि जब अखिलेश यादव से कहा तो उन्होंने कहा ज्यादा है, फिर उसके बाद सोचा की 50 सीटें तो मिल ही जाएंगी, फिर 30 सीटों की बात हुई लेकिन मिली एक ही सीट।

विवाद के चलते पार्टी इ हुए थे अलग-
शिवपाल यादव अखिलेश से मनमुटाव के बाद ही पार्टी से अलग हो गए थे, लेकिन विधानसभा चुनाव 2022 से पहले दोनों में गठबंधन हुआ है. अब शिवपाल का एक वीडियो सामने आया है जो कि जसवंतनगर विधानसभा के मलाजनी इलाके का है. इसमें शिवपाल वोट मांगते हुए दर्द बयां कर रहे हैं। इटावा जनपद की जसवंत नगर विधानसभा से शिवपाल सिंह चुनाव लड़ रहे हैं।

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