शामली: यूपी विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए शामली पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा, राष्ट्रीय लोकदल, बसपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि, हमने जो कहा वह करके दिखाया। वे पेशेवर, दंगाई, माफिया जो सत्ता के संरक्षण में व्यापारियों के ऊपर अत्याचार करते थे. जब डबल इंजन की भाजपा सरकार आई तो वही अपराधी गले में तख्ती लटकाकर जान की भीग मांगते हुए थानों की चौखट पर जा रहे थे, इसके साथ अखिलेश और जयंत की जोड़ी पर तंज कसते हुए कहा कि, ये जिन्ना समर्थक गन्ने की मिठास नहीं ला सकते, क्योंकि ये गन्ने में कड़वाहट घोलने वाले लोग हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, अपराधियों पर लगाम लगाने का काम सपा और बसपा के समय क्यों नहीं हो पाया था. इसका कारण साफ था कि उनकी नियत साफ नहीं थी. एक तरफ वे आपकी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करते थे. नौजवानों के भविष्य के साथ तो उन्होंने इतना खिलवाड़ किया था कि उसे नौकरी नहीं मिलती थी. अगर नौकरी निकलती भी थी तो सैफई खानदान, चाचा, भतीजा वसूली के लिए निकल पड़ते थे. फिर हर भर्ती विवादित होती थी।
ये जिन्ना समर्थक गन्ने की मिठास नहीं ला सकते…
वहीं, शामली के बाद मुजफ्फरनगर जनपद की चरथावल और पुरकाजी विधानसभा सीट पर भी उन्होंने रैली को संबोधित किया. इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर से 2013 दंगों का जिक्र करते हुए गठबंधन पर जमकर प्रकार किया, जिसमे उन्होंने कहा कि, अन्नदाता का सम्मान भी रहेगा और यहां की चीनी की मिठास भी रहेगी। जो बेटियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनेगा उसको गले में तख्ती डालकर जान की भीख मांगनी ही पड़ेगी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि ये जिन्ना समर्थक गन्ने की मिठास नहीं ला सकते, क्योंकि ये गन्ने में कड़वाहट घोलने वाले लोग हैं।
सीएम ने कहा कि, 2017 से पहले ना बेटी सुरक्षित थी, ना अन्नदाता सुरक्षित था. यही नहीं, गौरव और सचिन की हत्या के बाद इन दोनों युवकों की जोड़ी दंगा कराने में व्यस्त थी. इस दौरान एक दंगा करा रहा था, तो एक तमाशा देख रहा था. भाजपा की सरकार के बाद दंगाइयों को उनके बिलो में घुसाने का काम किया हैं. साथ ही कहा कि 32-33 दिन की सीमा है. 10 मार्च की बाद फिर से गर्मी शांत कर दूंगा. सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं, विकास आगे बढ़ेगा. पहले कर्फ्यू लगता था. भाजपा के राज में कोई दंगा नहीं करा सकता और ना पलायन करवा सकता है।