उत्तर प्रदेश: इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी प्रदीप जैन आदित्य ने निकाला नगर में रोड शो, भाजपा पर किये कड़े प्रहार

रिपोर्ट – शैलेन्द्र जैन 

उत्तर प्रदेश – ललितपुर इंडिया गठबंधन कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप जैन आदित्य ने आज लोगों से जनसंपर्क कर रोड शो निकाला| इस दौरान उन्होंने भाजपा पर कड़े प्रहार किये| उन्होंने भाजपा को किसान विरोधी एवं बयानबाजी वाली पार्टी बताया उन्होंने कहा कि यह चुनाव जनता लड़ रही है, जनता चाहती है कि यह पद जनता के बीच में रहे किसी के बंगले में कैद ना हो, ना किसी गाड़ी में कैद हो | उन्होंने कहा कि जनता जनार्दन होती है और जनता का एक-एक व्यक्ति प्रदीप जैन आदित्य वन के चुनाव लड़ रहा है|

प्रमुख मुद्दे बिजली, पानी,स्वास्थ्य और बेरोजगारी इन सबके लिए काम हो

आपको बता दें कि इंडिया गठबंधन कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप जैन आदित्य ने आज लोगों से जनसंपर्क कर रोड शो निकाला| इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा | उन्होंने कहा कि सहारा इंडिया में जमा पैसों के बारे में उन्होंने कहा कि यह अमित शाह जो आज चुनावी जनसभा के लिए आ रहे हैं उन्होंने 15 दिन में पैसे बैंक खातों में डलवा देने का वादा किया था और कहा था कि अधिकतम लिस्ट 45 दिन में क्लियर हो जाएगी, लेकिन एक वर्ष होने के बाद भी कुछ नहीं हुआ |उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि जो पद है वह कहीं कैद ना हो | प्रमुख मुद्दे बिजली, पानी,स्वास्थ्य और बेरोजगारी इन सबके लिए काम हो और इन मुद्दों पर आवाज संसद में गूंजे |

बुंदेलखंड की स्थिति बद से बदतर हो गई

भाजपा का कोई नेता सांसद ये बता दे कि पिछले 5 सालों में कितने लोगों को रोजगार दिया 1000 से ज्यादा लोगों को बी एच ई एल से निकाल दिया गया था आज जो स्थिति है उसमें मिलता कुछ नहीं केवल धपोलशंखि है| उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की स्थिति बद से बदतर हो गई है | हमने प्रयास किया था कि किसान यहां की लाइफ लाइन है उनके लिए एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी ललितपुर के सैदपुर में बनाई जाए लेकिन उसे एक रुपया किराए पर दवाई की कंपनी को दे दिया गया |

नौकरी निकलती है तो पेपर लीक हो जाते हैं

शिक्षा धराशाई है स्वास्थ्य की स्थिति है कि किसी को अटैक पड़े तो उसे सागर और झांसी जाना पड़ता है| व्यापार भी कोई नहीं है 100 घर में 90 लोग बेरोजगार हैं उनके पास कोई नौकरी नहीं है या फिर वह दुकान खोलें, नौकरी निकलती है तो पेपर लीक हो जाते हैं | मंडी में किसानों का गेहूं नहीं बिकने दिया और मंडी बंद करवा दी गई थी | 700 किसानों ने बलिदान दिया है यह सरकार किसान विरोधी है उन्होंने कहा कि किसान काले कानून के लिए लड़ रहे थे तो कीले गाड़ी गई थी दीवाल बना दी गई थी और मिट्टी और गिट्टी डाल दी थी|

जो कृषि मंडियां बनाई गई थी आज वह बदहाल है

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में जो कृषि मंडियां बनाई गई थी आज वह बदहाल है| यह सरकार उनमें कर्मचारियों की नियुक्ति भी नहीं कर पाई | आज यदि वह मंडी संचालित होती तो किसान विकेंद्रीकरण कर अपनी फसल बेचता और उसे फायदा मिलता|

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