Knews Desk, पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला द्वारा दिए बयानों जैसे जेजेपी विधायक पार्टी में रहते हुए नहीं कर सकते व्हिप का उल्लंघन पर पूर्व मंत्री व जेजेपी विधायक देवेन्द्र बबली ने करारा पलटवार करते हुए कहा है कि अगर 7 विधायक इकट्ठे होकर नेता ही बदल दें तो चौटाला परिवार क्या करेंगे। विधायकों ने नेता ही बदल दिया तो मां बेटा एक दूसरे को ही व्हिप जारी करेंगे क्या? जल्दी ही जेजेपी के अंदर नया राजनीतिक महाभारत शुरू हो सकता है। सूत्रों के अनुसार जेजेपी के कई विधायक आपस में तालमेल मजबूत करने पर लगे हुए हैं। विश्वसत सूत्रों के अनुसार चर्चा है कि जल्दी ही जेजेपी दो फाड़ हो सकती है। क्योंकि मनोहर पार्ट 2 की सत्ता से बाहर होने के बाद जेजेपी के विधायकों में असंतोष खुलकर सड़कों पर आने लगा है।
जेजेपी में मंत्री रहे देवेन्द्र बबली जेजेपी के बागी विधायकों के नेता हो सकते है। पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को देवेंद्र बबली ने सलाह देते हुए कहा कि दुष्यंत चौटाला को विधायक दल का नेता हमने चुना था। दुष्यंत चौटाला जेजेपी को अपने घर की पार्टी ना समझे। नैना चौटाला और दुष्यंत चौटाला के अलावा 8 विधायक और भी पार्टी में चुनकर आए थे। देवेन्द्र बबली ने कहा है कि दुष्यंत चौटाला को डिप्टी सीएम हमने बनाया ओर हम अपने वजूद से विधायक बने थे। बार-बार व्हिप जारी करने के बयान देने से पहले अपने विधायकों को एकजुट करें। दुष्यंत चौटाला याद रखें ऐसे सड़क पर चलते व्हिप जारी नही होगी। देवेन्द्र बबली ने कहा है कि अगर 7 विधायक इकट्ठे होकर नेता ही बदल दें तो चौटाला परिवार क्या करेंगे। विधायकों ने नेता ही बदल दिया तो मां बेटा एक दूसरे को ही व्हिप जारी करेंगे क्या?
जेजेपी के जितने भी विधायक हैं वह अपने वजूद पर जीत कर आए थे पार्टी के सिंबल पर नहीं। अजय चौटाला द्वारा देवेंद्र बबली को पार्टी पर बोझ के बयान पर बबली ने जवाब दिया कि जिनको यह बोझ कह रहे हैं उसका जवाब जनता चुनाव परिणाम में देगी। अजय चौटाला या दुष्यंत चौटाला दबाव में मुझे वोट नहीं मंगवा सकते। अजय चौटाला या दुष्यंत चौटाला जो कर रहे हैं वह लीडरशिप नहीं डिक्टेटरशिप है डिक्टेटरशिप। जो ज्यादा दिन नहीं चलती। देवेन्द्र बबली ने कहा है कि अजय चौटाला और दुष्यंत चौटाला आज गांव में जाकर वोट भी नहीं मांग सकते। 11 मई से समर्थकों की बैठक बुलाई है उनसे चर्चा के बाद आगामी निर्णय होगा। 5000 बूथ कार्यकर्ताओं से 11 तारीख को सलाह लेकर जो प्रदेश हित में होगा वह निर्णय हम लेंगे। गौरतलब है दुष्यंत चौटाला ने बयान दिए थे कि प्रदेश की भाजपा सरकार अल्पमत में है।