उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का 10 मई से आगाज होने जा रहा है। सरकार का दावा है कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस वर्ष की चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुंचेंगे। यात्रा के लिए श्रद्धालुओँ का उत्साह इतना है….कि मात्र 20 दिनों में ही 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओँ ने अबतक पंजीकरण करा लिया हैं। सरकार को भी पूरी उम्मीद है कि इस बार की चारधाम यात्रा अबतक सारे रिकॉर्ड धव्स्त करेगी। वहीं एक तरफ जहां सरकार रिकॉर्ड श्रद्धालुओँ के पहुंचने को लेकर उत्साहित है तो वही दूसरी ओर सरकार की चिंता वनाग्नि और तीर्थपुरोहितों के साथ ही व्यापारियों की नाराजगी ने बढ़ा दी है। दअरसल एक तरफ जहां प्रदेशभर में जंगल धधक रहे हैं.. तो वहीं दूसरी ओर केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य के तहत भवनों के आगे गड्ढों को बनाने से नाराज केदारसभा, तीर्थपुरोहित समाज और हक-हकूकधारियों ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं कार्रवाई नहीं होने पर 10 मई से केदारनाथ में अनिश्चितकालीन बंद की चेतावनी दी है। सवाल ये है कि एक तरफ सरकार पूरी तैयारी का दावा कर रही है तो वहीं दूसरी ओर व्यापारियों और तीर्थ पुरोहितों की नाराजगी को आखिर सरकार कैसे दूर करेगी ये बड़ा सवाल है
हिंदू आस्था की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा चारधाम यात्रा को शुरू होने में अब महज कुछ ही दिन बचे हैं. इस साल चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हो रही है.श्रद्धालुओं में चारधाम यात्रा को लेकर काफी उत्साह है..मात्र 20 दिनों में ही 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओँ ने अबतक पंजीकरण करा लिया हैं। सरकार को भी पूरी उम्मीद है कि इस बार की चारधाम यात्रा अबतक सारे रिकॉर्ड धव्स्त करेगी। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी शासन के उच्चाधिकारियों की बैठक ली जिसमें उन्होने सभी व्यवस्थाओँ को चाक चौबंद करने के निर्देश दिए हैं
आपको बता दें कि केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 10 मई को खुल रहे हैं. जबकि बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खुल रहे हैं.वहीं चारोधामों में कपाट खुलने वाले दिन हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओँ में पुष्प वर्षा की जाएगी। सरकार को पूरी उम्मीद है कि इस बार की चारधाम यात्रा अबतक सारे रिकॉर्ड धव्स्त करेगी। वहीं एक तरफ जहां सरकार रिकॉर्ड श्रद्धालुओँ के पहुंचने को लेकर उत्साहित है तो वही दूसरी ओर सरकार की चिंता वनाग्नि और तीर्थपुरोहितों के साथ ही व्यापारियों की नाराजगी ने बढ़ा दी है। दअरसल एक तरफ जहां प्रदेशभर में जंगल धधक रहे हैं.. तो वहीं दूसरी ओर केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य के तहत भवनों के आगे गड्ढों को बनाने से नाराज केदारसभा, तीर्थपुरोहित समाज और हक-हकूकधारियों ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं विपक्ष ने भी सरकार की घेराबंदी तेज कर दी है।
कुल मिलाकर हिंदू आस्था की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा चारधाम यात्रा को शुरू होने में अब महज कुछ ही दिन बचे हैं. और श्रद्धालुओं में भी चारधाम यात्रा को लेकर काफी उत्साह है..लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर प्रदेश में पेयजल की कमी, वनाग्नि और तीर्थ पुरोहितों की नाराजगी के बीच आखिर कैसे सरकार चारधाम यात्रा का संचालन व्यवस्थित तरीके से कर पाएगी ये बड़ा सवाल है