KNEWS DESK- लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। ऐसे में सारी पार्टियां अपने गठबंधन के घटक दलों के साथ बातचीत कर रही हैं। कुछ तो सीट शेयरिंग से खुश हैं तो कुछ इससे नाराज होकर गठबंधन का साथ छोड़ रहे हैं। ऐसा ही उत्तर प्रदेश में दिखाई दे रहा है। यूपी में ये सिलसिला जारी है। हाल ही उदाहरण की बात करें तो आरएलडी, जो एनडीए में शामिल हो गई। अब जनवादी पार्टी के अध्यक्ष संजय चौहान ने इंडिया गठबंधन से अलग हो गए हैं। साथ ही 14 उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है और अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को अपने पीडीए में चौहान वोटों की जरूरत नहीं है।
जनवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय चौहान ने कहा कि समाजवादी पार्टी का राजनीतिक भविष्य नहीं है। इस चुनाव में कोई बैकवर्ड सपा के साथ खड़ा नहीं होगा। अखिलेश यादव को अपने पीडीए में चौहान वोटों की जरूरत नहीं है। मैं घोसी से चुनाव लड़ना चाहता था, लेकिन अखिलेश ने राजीव राय को टिकट दे दिया। पल्लवी पटेल भी अलग हो गईं। चंद्रशेखर आजाद को भी उन्होंने सीट नहीं दी। ये सब पीडीए के जनाधार वाले नेता थे। ऐसे नेताओं को दरकिनार कर अखिलेश ने साबित कर दिया कि वो खुद बीजेपी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ना चाहते। संजय चौहान ने कहा कि अखिलेश यादव खुद ही बीजेपी को 80 सीटें जिताना चाहते हैं और वो बीजेपी से खुद ही लड़ना नहीं चाह रहे हैं।
14 उम्मीदवारों के नाम
आजमगढ़ की सीट से विनोद सिंह चौहान ,गाजीपुर की सीट से विनोद चौहान ,कुशीनगर की सीट से शुभनारायण चौहान ,गोरखपुर की सीट से संजय सिंह चौहान ,अमेठी की सीट से सत्यकुमार चौहान ,देवरिया की सीट से डॉ. रज्जू चौहान ,वाराणसी की सीट से चंद्रप्रकाश चौहान ,मछलीशहर की सीट से बनारसी , बलिया की सीट से ओमप्रकाश चौहान , इसके अलावा चन्दौली की सीट से त्रिभुवन चौहान ,घोसी की सीट से डॉ. संजय सिंह चौहान (राष्ट्रीय अध्यक्ष) ,फतेहपुर की सीट से अभिषेक चौहान, अकबरपुर रनिया की सीट से शिवराम सिंह चौहान ,सीतापुर की सीट से अजीत चौहान को उम्मीदवार बनाया है।