उत्तर प्रदेश: अवैध मदरसों पर कार्रवाई को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष की तीखी प्रतिक्रिया, मुसलमानों का वजूद खत्म करने का लगाया आरोप

रिपोर्ट – कुलदीप कुमार 

उत्तर प्रदेश – पीलीभीत में SIT की जांच में अवैध रूप से संचालित पाए गए 27 मदरसों पर कार्रवाई की तलवार लटकने के बाद मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड आफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हाफिज नूर अहमद अजहरी की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है|

Madarsa dress code: Two Yogi ministers speak in different voices - The  Statesmanसरकार मदरसों मस्जिद के नाम से लोगों को डरा रही – हाफिज नूर अहमद अजहरी

बता दें कि अध्यक्ष हाफिज नूर अहमद ने सरकार पर मदरसों के जरिए मुसलमान का वजूद खत्म करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा मौजूदा सरकार कभी मस्जिद तो कभी मदरसों को टारगेट कर उनको तोड़वाने का काम कर रही है| सरकार मदरसों मस्जिद के नाम से एक समुदाय के लोगों को डरा रही है ताकि लोग मदरसों में पढाई न करें और हाफिज आलिम न बन सके| सरकार कभी अयोध्या तो कभी ज्ञानवापी सहित इबादतगाह को कोर्ट का सहारा लेकर टारगेट कर रही है। मौलाना नूर अहमद अजहरी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा सरकार ने राम मंदिर के नाम से विदेश से चंदा इकट्ठा किया| अगर हम अपनी इबादतगाह के लिए विदेश से चंदा लेते हैं, तो सरकार उसमें जांच कराती है| सरकार सिर्फ एक धर्म के लोगों को टारगेट कर उनको डराने धमकाने और उनकी इबादतगाह को खत्म करने का काम कर रही है |

मदरसों की आड़ में किए जाने लगे अन्य काम 

दरअसल पीलीभीत में भारत नेपाल सीमा पर बड़े पैमाने पर अवैध मदद से मदरसें खोले गए, जिनका उद्देश्य दीनी तालीम देना था मगर यहां मदरसों की आड़ में अन्य काम किए जाने लगे और जब मामला सरकार की संज्ञान में आया तो सरकार ने SIT से जांच कराई, जिसमें 27 मदरसें अवैध रूप से संचालित पाए गए। जांच के बाद शासन के आदेश पर अवैध मदरसों को बंद करने की सुगबुगाहट होते ही समुदाय विशेष के लोगों में खलबली मची हुई है।

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