रिपोर्ट – राहुल बैरागी
रतलाम – राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने बुधवार शाम रतलाम जिले में प्रवेश किया। इस दौरान उन्होंने महू रोड पर नुक्कड़ सभा भी ली और फिर सैलाना के लिए रवाना हुए।
बता दें कि राहुल गांधी पहली बार न्याय यात्रा लेकर रतलाम आए। सातरूंडा से राहुल गांधी के काफिले का जिले में प्रवेश हुआ। जहाँ राहुल के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, विधायक कांतिलाल भूरिया भी साथ रहे। मंदसौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, खरगौन आदि के नेता भी काफिले के पीछे रतलाम पहुंचे। उनके वाहन के पीछे दर्जनों वाहनों के काफिले के साथ शहर में रोड शो भी हुआ जो सैलाना पंहुचा।
तीन बार बंद हुआ माइक
रतलाम शहर में पहुंची कांग्रेस नेता राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर भारी अव्यवस्था देखने को मिली| महू रोड पर संबोधन के दौरान गांधी स्थानीय माइक व्यवस्था से परेशान दिखे। पहले तो वालंटियर नहीं होने से लोग धक्कामुक्की करते रहे और माइक तक गिरता पड़ता रहा। यहीं माइक जब राहुल गांधी को थमाया गया तो उनके संबोधन के दौरान भी माइक तीन बार बंद हुआ। गांधी को कहना भी पड़ा कि आप सभी लोग शांत होकर सुनें यहां माइक बहुत अच्छा नहीं है।
राहुल के पास पंहुचने को करते रहे कोशिश
सातरूंडा और फिर धराड़ में उनका स्वागत किया गया। रतलाम के महू रोड पर गांधी ने नुक्कड़ सभा को भी संबोधित किया। भारी पुलिस व्यवस्था, स्पेशल फोर्स, दिल्ली के वॉलेंटियर्स के बावजूद उपस्थित लोग उनके करीब जाने को आतुर होकर कोशिश करते रहे। पुलिस को लोगों को पीछे हटाने में मशक्कत करनी पड़ी। गांधी ने इस बीच भीड़ में मौजूद बच्चों को पास बुलाकर दुलार किया और गाड़ी में अपने साथ बैठाकर फोटो भी लिए।
ऐसा रहा इंतजार का माहौल
राहुल गांधी का काफिला आने के पहले ही महू रोड पर हजारों की भीड़ उनका स्वागत करने के लिए खड़ी रही। भीड़ में रतलाम से ज्यादा ग्रामीण, सैलाना, आलोट और झाबुआ आदि जिलों से आए लोगों की भीड़ रही। शहर के नेता ही दिखे, कार्यकर्ताओं का हर बार की तरह अभाव रहा। महू रोड पर हजारों की भीड़ हाथों में झंडे थामे इंतजार करती रही, जिसमें बच्चे, बूढ़े, महिलाएं भी थे। अलीराजपुर से आए आदिवासियों की टीम ने सुंदर नृत्य भी करते रहे।
शहर में अनेक स्थानों पर लगे मंच
बैंक कॉलोनी, दोबत्ती से लेकर सैलाना बस स्टैंड चौराहा और राम मंदिर रोड से लेकर सज्जनमिल चौराहे तक करीब एक दर्जन स्वागत मंच लगाए गए, लेकिन राहुल गांधी का काफिला कहीं भी रुका नहीं। देरी होने की वजह से वाहन धीमा हुआ और जीप के अंदर से ही अभिवादन करते हुए राहुल रवाना हो गए।