KNEWS DESK- आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष वाई.एस. शर्मिला ने गुरुवार यानी आज विजयवाड़ा में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया और मांग की कि राज्य सरकार वादे के मुताबिक, सभी 23,000 शिक्षक पदों के लिए नौकरी अधिसूचना जारी करे| शर्मिला ने आंध्र रत्न भवन में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ धरना दिया| कार्यालय के बाहर तैनात पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की आवाजाही को रोक दिया|
मीडिया से बात करते हुए शर्मिला ने कहा, हर साल नौकरी कैलेंडर जारी करने का वादा किया गया था, जिसे वाईएसआरसीपी सरकार ने जारी नहीं किया और 23,000 शिक्षक नौकरियों को भरने का वादा किया गया था, जिसे पूरा नहीं किया गया| कांग्रेस पार्टी इस तानाशाही की कड़ी निंदा करती है| राज्य और मांग करता है कि वाईएसआरसीपी सरकार वादे के मुताबिक सभी 23,000 शिक्षक पदों के लिए अधिसूचना जारी करे| बता दें कि हाथों में तख्तियां लिए हुए और सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए कांग्रेस ने दावा किया कि राज्य सरकार उनके विरोध को कुचलने के लिए बल प्रयोग कर रही है|
कांग्रेस नेता शर्मिला ने कहा- जो नौकरी कैलेंडर हर साल जारी करने का वादा किया गया था, वह वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा जारी नहीं किया गया था| 23,000 शिक्षक नौकरियों को भरने का वादा किया गया था, जो पूरा नहीं हुआ| इन अधूरे वादों के बावजूद, वाईएसआरसीपी सरकार ने हाल ही में केवल 6,000 शिक्षक नौकरियों को भरने का प्रस्ताव करते हुए एक अधिसूचना जारी की| इन पदों के लिए तैयारी कर रहे छात्र सवाल करते हैं कि 23,000 नौकरियों के वादे के बजाय केवल 6,000 नौकरियां ही क्यों दी जा रही हैं|
उन्होंने कहा- कांग्रेस नेताओं ने ‘चलो सचिवालय’ आंदोलन शुरू करने का फैसला किया और वहां आंदोलन करने की योजना बनाई| हालांकि आज, वाईएसआरसीपी सरकार ने गिरफ्तारी की धमकी देकर हमारे प्रयासों में बाधा डाली है| पिछले दो दिनों में, हमारे कई लोगों को नजरबंद कर दिया गया है| आंध्र प्रदेश में तानाशाही है| कांग्रेस पार्टी राज्य में इस स्पष्ट तानाशाही की कड़ी निंदा करती है और मांग करती है कि वाईएसआरसीपी सरकार वादे के मुताबिक, सभी 23,000 शिक्षक पदों के लिए अधिसूचना जारी करे|