रिपोर्ट – विश्व प्रताप सिंह राघव
अलीगढ़ : अलीगढ़ के थाना बन्नादेवी में भाजपा की शहर विधायक मुक्ता संजीव राजा अपने कार्यकर्ता के साथ हुई बदसलूकी शिकायत लेकर थाने पहुंची थी| जहां थाने में तैनात सेकिंड इंस्पेक्टर सुबोध कुमार ने उनके साथ बदसलूकी की, यह आरोप शहर विधायक द्वारा लगाया है|
सूचना पर पहुंचे एसपी सिटी ने विधायकों को दिया आश्वासन
शहर विधायक मुक्ता राजा का कहना है कि वह शिकायत लेकर थाने पहुची थी जहां थाने में तैनात इंस्पेक्टर को उन्होंने अपना परिचय दिया की वह शहर से भाजपा विधायक है| इसके बावजूद थाने में तैनात इंस्पेक्टर ने उनकी बात सुनकर अनसुनी कर दी| जिस पर विधायक ने जोर देकर इंस्पेक्टर से कहा तो इंस्पेक्टर ने बदसलूकी की | इसके बाद विधायक के साथ मौजूद कार्यकर्ताओं के द्वारा अन्य कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी दी जिसके बाद बड़ी तादात में कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा के कोल विधायक अनिल पाराशर, इगलास विधायक राजकुमार सहयोगी और एमएलसी मानवेंद्र प्रताप सिंह थाने पहुंच गए और थाने के मुख्य द्वार पर बैठकर लगभग 3 घंटे तक पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया| सूचना पर पहुंचे एसपी सिटी ने विधायकों को आश्वासन दिया की आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई की जाएगी तब जाकर धरना समाप्त हुआ। लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर भारतीय जनता पार्टी के विधायक अपनी ही सरकार में थाने का घेराव करने के लिए क्यों मजबूर हुए |
पुलिस प्रशासन के खिलाफ की गई नारेबाजी
दरअसल पूरा मामला अलीगढ़ की शहर विधानसभा से भाजपा विधायक मुक्ता संजीव राजा से जुड़ा हुआ है, विधायक महोदया अपने कार्यकर्ता के साथ हुई बदसलूकी की शिकायत लेकर थाना बन्नादेवी पर पहुंची थी, जहां थाने में तैनात इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को उन्होंने शिकायत बताई लेकिन इंस्पेक्टर के द्वारा विधायक को कोई रिस्पांस नहीं दिया गया | जिसके बाद विधायक मुक्ता संजीव राजा ने इंस्पेक्टर को अपना परिचय देते हुए बताया के वह शहर से भाजपा की विधायक है, लेकिन इंस्पेक्टर ने उनकी बात अनसुनी कर दी विधायिका का आरोप है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के द्वारा उनके साथ अभद्रता की गई उनका कहना है कि उन्हें प्रोटोकॉल के आधार पर सम्मान देना चाहिए था लेकिन इंस्पेक्टर ने उनकी बात को सुनकर भी अनसुना कर दिया और कहा कि आप अपने कार्यालय में जाइए वहां आपको सम्मान मिलेगा, यहां मै आपको कोई सम्मान नहीं दूंगा| जिससे नाराज विधायक मुक्ता संजीव राजा थाना बन्ना देवी परिसर में ही अपने कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गई, धरने की सूचना मिलते ही भाजपा के सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ कोल से विधायक अनिल पाराशर, इगलास विधायक राजकुमार सहयोगी और एमएलसी डॉक्टर मानवेंद्र प्रताप सिंह थाने पर पहुंचे और विधायक के साथ धरने पर बैठ गए| जहां काफी देर तक पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई इतना ही नहीं 3 घंटे तक थाने में सभी विधायक धरने पर बैठ गए| जिसकी सूचना पर तत्काल एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक मौके पर पहुंचे जहां उन्होंने धरने पर बैठे विधायकों से बातचीत की और आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की बात कही, तब जाकर धरने पर बैठे विधायक माने और उन्होंने धरना समाप्त किया|
तहरीर के आधार पर की जाएगी आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई
एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक में जानकारी देते हुए बताया कि थाने में शहर विधायक मुक्त संजीव राजा शिकायत लेकर पहुंची थी जहां उनका आरोप है कि इंस्पेक्टर के द्वारा उनके साथ बदसलूकी की गई है विधायक महोदय की तरफ से तहरीर दी जा रही है उस तहरीर के आधार पर आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी|