KNEWS DESK- भारतवंशी विवेक रामास्वामी अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से बाहर हो गए हैं। साथ ही उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करने की बात कही है। दरअसल, 15 जनवरी को रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी के लिए पहली कॉकस का आयोजन हुआ था। यह कॉकस आयोवा में हुई थी और इसमें डोनाल्ड ट्रंप को जीत मिली है।
राष्ट्रपति पद की रेस में अब बचे हैं ये तीन लोग
विवेक रामास्वामी के इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की दावेदारी से हटने के बाद अब इस रेस में डोनाल्ड ट्रंप के अलावा निक्की हेली और रोन देसांतिस ही बचे हैं। विवेक रामास्वामी इन तीनों से पीछे चल रहे थे और अब आयोवा कॉकस के नतीजों में पिछड़ने के बाद विवेक रामास्वामी ने अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का फैसला किया है। विवेक रामास्वामी अमेरिका के राजनीतिक परिदृश्य में अंजान चेहरा थे, लेकिन फरवरी 2023 में अपनी उम्मीदवारी के एलान के बाद विवेक रामास्वामी ने रिपब्लिकन मतदाताओं का ध्यान अपनी तरफ खींचा।
रामास्वामी ने फरवरी 2023 में दौड़ में रिपब्लिकन पार्टी से अपनी उम्मीदवारी पेश की थी। उस समय वह अमेरिकी राजनीति के लिए नए थे लेकिन बीते 11 महीनों में वह काफी हद तक रिपब्लिकन मतदाताओं का ध्यान खींचने में कामयाब रहे थे। रामास्वामी का चुनावी अभियान और नीतियां पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलती जुलती हैं। रामास्वामी भी उसी तरह के मुद्दे उठा रहे थे, जो ट्रंप ने 2017 के चुनावों में उठाए थे और उनको जीत मिली थी।
केरल से अमेरिका गए थे विवेक के माता पिता
विवेक रामास्वामी भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं। विवेक के माता-पिता केरल के पलक्कड़ से अमेरिका गए थे। रामास्वामी का जन्म अमेरिका के ओहियो के सिनसिनाटी में हुआ था। विवेक रामास्वामी ने हार्वर्ड कॉलेज से जीवविज्ञान में स्नातक और येल यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की है। विवेक अमेरिका के बड़े कारोबारियों में गिने जता हैं। विवेक की पत्नी अपूर्वा ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के वेक्सनर मेडिकल सेंटर में असिस्टेंट प्रोफेसर और सर्जन हैं। विवेक ने 2022 में राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी का ऐलान किया था, जिसे अब उन्होंने वापस ले लिया है।
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