राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का डोमराजा परिवार को मिला निमंत्रण, पीएम मोदी के प्रस्तावक के बेटे ने खड़े किए सवाल

KNEWS DESK- अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के कार्यक्रम में काशी के डोमराज परिवार को आज मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया। आपको बता दें कि राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद कई सदस्यों के साथ हरिश्चंद्र घाट स्थित शवदाह का कार्य करने वाले अनिल चौधरी को सपत्नीक आमंत्रण दिया। आमंत्रण की खबर आते ही मणिकर्णिका घाट स्थित पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त और 2019 में पीएम मोदी के प्रस्तावक रहे जगदीश चौधरी के परिजनों ने इस निमंत्रण पर सवाल खड़े कर दिए।

संदेश देने की रणनीति

निमंत्रण सिर्फ डोम राजा परिवार को ही नहीं मिला। काशी के गोवर्धन पूजा समिति के कोषाध्यक्ष सीताराम यादव को भी 22 जनवरी के कार्यक्रम का बुलावा आया है। वह पत्नी के साथ विशेष यजमान के रूप में अयोध्या जाएंगे। डोम राजा परिवार और सीताराम यादव को निमंत्रण देना सभी समाजों को सियासी संदेश देने की रणनीति मानी जा रही है. इससे पहले पुजारियों के चयन, अयोध्या एयरपोर्ट को महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रखकर और निषाद समुदाय के एक परिवार को कार्यक्रम का निमंत्रण देकर भी समाज को मैसेज दिया गया।

दरअसल, 2024 का लोकसभा चुनाव राम मंदिर के इर्द गिर्द सिमटता जा रहा है। ये मुद्दा बीजेपी के चुनावी एजेंडे में रहा है और अब वो इसके निर्माण से चुनावी माइलेज लेने की पूरी कोशिश में जुटी है। अलग-अलग जाति के लोगों को निमंत्रण भेजकर चुनाव से पहले सामाजिक संतुलन बनाने की कोशिश की जा रही है ताकि ‘रामराज’ की कल्पना का मैसेज दिया जा सके।

जगदीश चौधरी के बेटे ओम चौधरी ने कहा कि छह महीने पहले ही उनसे कहा गया था कि उनके परिवार को प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिलेगा। वहीं जिस अनिल चौधरी को निमंत्रण दिया गया है वो हमारे कर्मचारी हैं, परिवार के सदस्य नहीं हैं। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र लेकर पहुंचे अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद ने हरिशचंद्र घाट स्थित अनिल चौधरी के आवास पर मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता का परिचय देते हुए 1994 में भी राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े वरिष्ठ नेताओं ने तत्कालीन डोमराज के परिवार के साथ भोजन किया था। इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए आज हमने डोमराज परिवार के सदस्य अनिल चौधरी के यहां आकर उन्हें सपत्नीक प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया है।

6 महीने पूर्व प्राण प्रतिष्ठा में निमंत्रण देने की कही बात

मरणोपरांत पद्मश्री पुरस्कार विजेता और पीएम मोदी के प्रस्तावक रहे डोमराज जगदीश चौधरी के बेटे ओम चौधरी को जैसे ही ये खबर मिली वह मीडिया के सामने आए। उन्होंने दावा किया कि उन्हें 6 महीने पूर्व प्राण प्रतिष्ठा में निमंत्रण देने की बात कही गई थी। हालांकि आज हरिश्चन्द्र घाट पर रहने वाले अनिल चौधरी को प्राण प्रतिष्ठा में आने का निमंत्रण दिया गया है। अनिल चौधरी के बारे में ओम चौधरी ने बताया कि उनसे हमारे परिवार का कोई संबंध नहीं है, बल्कि अनिल चौधरी हमारा एक कर्मचारी है।

डोम राजा के बारे में जानें?

पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान राम सत्यवादी राजा हरिश्चन्द्र के वंशज रहे हैं। राजा हरिश्चन्द्र ने डोम राजा के यहां नौकरी की। इस कारण डोम राजा परिवार का संबंध भगवान राम से बताया जाता है। वाराणसी के दो घाट राजा हरिश्चंद्र घाट और पवित्र मणिकर्णिका घाट डोमों से भरे रहते हैं। डोम राजा न केवल घाटों पर होने वाले किसी भी विवाद की अध्यक्षता करते हैं, बल्कि उन्हें सबसे अधिक जिम्मेदारियां भी मिलती हैं। वे घाट की देखभाल करने वाले और चिताओं को जलाने वाली आग के मुख्य रखवाले होते हैं। कहा जाता है कि अगर किसी डोम की उपस्थिति के बिना शव का अंतिम संस्कार किया जाता है तो वो स्वर्ग के द्वार में प्रवेश नहीं कर पाता। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, डोमों को भगवान शिव द्वारा श्राप दिया गया था, जब उनके समुदाय के कालू डोम नामक एक सदस्य ने देवी पार्वती की एक बाली चुराने की कोशिश की थी।

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