उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, देवभूमि उत्तराखंड में कांग्रेस के हाथ से जमीन के साथ ही दीवार भी खिसकती हुई दिखाई दे रही है। हुआ यूं कि भाजपा लोकसभा चुनाव और निकाय चुनाव के लिए अभी से पूरे दमखम के साथ लगी हुई है। इसी के तहत भाजपा ने प्रदेशभर में दीवार लेखन अभियान चलाकर दीवारों को भी भाजपा मय कर दिया है। इतना ही नही भाजपा देशभर में राममय माहौल बनाने के साथ ही ऐसी तैयारी कर रही है मानों की कल ही आचार संहिता की घोषणा होनी हो जबकि कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों के अधिकांश नेता इस समय सर्द हवाओं के बीच गुनगुनी धूप का आनंद ले रहे हैं। वहीं भाजपा संगठन के साथ ही शासन स्तर पर पूरी तरह से चुनावी तैयारियों में रंगी हुई नजर आ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक तरफ जहां पूरे प्रदेशभर में मेगा रोड शो कर रहे हैं। तो दूसरी ओर विभिन्न विकास की योजनाओँ का लोकार्पण और शिलान्यास कर जनता तक सरकार की विकास की योजनाओं को जन जन तक पहुंचाकर भाजपा ही देश और राज्य का विकास कर सकती है का दावा कर रहें हे वहीं भाजपा ने बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने के साथ ही तमाम बड़ी बैठकें कर आगे की रणनीति भी बनाई है। जिसके तहत पार्टी ने बड़े नेताओं की रैलियों के कार्यक्रम भी तय करने शुरू कर दिए हैं। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले उत्तराखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन रैलियां होंगी। साथ ही एक दर्जन अन्य नेताओं के कार्यक्रम भी तय किए जा रहे हैं। सवाल ये है कि क्या कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों की ऐसी तैयारी भाजपा के जीत के रथ को रोक पाने में कैसे कामयाब होगी…इसलिए आज हम कह रहे है 24वां साल खिसकती जमीन सरकती दीवार
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव और निकाय चुनाव के लिए समय बेहद कम है…देशभर में राममय माहौल के बीच आदर्श आचार संहिता कब लग जाए पता नहीं…और भाजपा की तैयारी ऐसी चल रही है मानों कल ही राज्य में आचार संहिता लागू हो रही हो…उत्तराखंड में आलम ये है कि कांग्रेस के हाथ से जमीन के साथ ही दीवार भी खिसकती हुई दिखाई दे रही है। क्योंकि भाजपा की चुनावी तैयारियां अपने चरम पर है। और राज्य में भाजपा ने प्रदेशभर में दीवार लेखन अभियान चलाकर दीवारों को भी भाजपा मय कर दिया है। भाजपा ने सभी प्रमुख चौक चौराहों और सड़कों पर अबकी बार 400 पार का नारा चस्पा कर दिया है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल कमजोर संगठन और आर्थिक संसाधनों के अभाव से जूझ रहे हैं। हांलाकि कांग्रेस का दावा है कि वो भाजपा से किसी भी लिहाज से पीछे नहीं है। कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि राज्य की पांचों लोकसभा सीटें कांग्रेस के खाते में जाएगी..जबकि भाजपा कांग्रेस के दावों को हवा हवाई बताकर कांग्रेस की तैयारियों की मजाक बनाता हुआ नजर आ रहा है।
आपको बता दें कि कांग्रेस ने बेरोजगारी, महंगाई, कानून व्यवस्था समेत किसानों के मुद्दे पर सरकार की घेराबंदी तेज कर दी है। इसी बीच कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा का 15 जनवरी को राजधानी देहरादून में आगमन है…..कुमारी शैलजा विधायकों, पूर्व विधायकों के साथ वर्ष 2022 के विधानसभा प्रत्याशी रहे नेताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर मंथन करेगी….इधर कांग्रेस अपने प्रभारी के आगमन की तैयारियों में जुटी है उधर, भाजपा पीएम मोदी की जनसभाओं के कार्यक्रम तक फाइनल करने वाली है। फरवरी आखिर तक एक दर्जन केंद्रीय नेताओं की जनसभाओं के कार्यक्रम तय हो रहे हैं। बूथ से लेकर प्रदेश तक सम्मेलनों, संपर्क अभियानों के जरिए वह चुनाव प्रचार में जुट चुकी है। इसके विपरीत कांग्रेस की तैयारियां बयानबाजी और पार्टी दिग्गजों के कुछ दौरों तक ही सीमित है।
कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव के लिए अब समय बेहद कम है यही वजह है कि तमाम राजनीतिक दलों की तैयारी तेज हो गई है। हांलाकि इन तैयारियों में भाजपा सभी विपक्षी दलों को पीछे छोड़ चुकी है। वहीं भाजपा ने विपक्ष के मजबूत बूथों पर भी सेंधमारी की योजना बनाई है…साथ ही जीत के लक्ष्य को भी बढ़ा दिया है..वहीं इस लक्ष्य को हांसिल करने के लिए प्रधानमंत्री समेत तमाम दिग्गज नेताओं की चुनावी रैलियां भी कराने की तैयारी की जा रही है इसके विपरीत कांग्रेस की तैयारियां बयानबाजी और पार्टी दिग्गजों के कुछ दौरों तक ही सीमित है। सवाल ये है कि क्या कांग्रेस ऐसी तैयारियों के बीच भाजपा का मुकाबला कर पाएगी