रिपोर्ट- कुलदीप पंडित
उत्तर प्रदेश – 500 वर्षों की तपस्या ओर इंतजार के बाद धर्म की नगरी अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजेंगे प्रभु श्री राम तो वहीं दूसरी और बागपत में भी 10 वर्षों से चल रहे भव्य मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है और अयोध्या की तरह वही नक्षत्र, वही तिथि और उसी योग में मंत्र उच्चारण और कलश यात्रा के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम विराजेंगे। कार्यक्रम को भव्य रूप देने के लिए प्रबंध समिति के लोगों ने प्रतिष्ठित और गणमान्य लोगों को निमंत्रण देना शुरू कर दिया है।
प्रभु श्री राम से अपने उज्जवल भविष्य की कामना
जी हां धर्म की नगरी अयोध्या में आस्था और विश्वास के प्रतीक प्रभु श्रीराम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा आने वाली 22 जनवरी को होनी है, और पूरी दुनिया के तमाम राम भक्तों की निगाहें इस भव्य और ऐतिहासिक उत्सव पर टिकी हुई है। दुनिया के तमाम गणमान्य और प्रसिद्ध मेहमान अयोध्या आएंगे और प्रभु श्रीराम के विराजमान होने के गवाह बनेंगे और प्रभु श्री राम से अपने उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए आशीर्वाद लेंगे। साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दर्जनों मुख्यमंत्री और हजारों वीआईपी, लाखों प्रभु श्रीराम के अनुयाई और राम भक्त 22 जनवरी को अयोध्या में जुटेंगे।
बागपत क्षेत्र में कार्यक्रम को लेकर उत्साह
बागपत में भी वही तारीख, वही मुहूर्त, वही नक्षत्र, वही योग, वही कलश यात्रा और वही प्रभु श्रीराम की नगर परिक्रमा होगी। महाभारत कालीन समय के बागपत क्षेत्र में कार्यक्रम को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। यह कार्यक्रम बड़ौत के श्रीराम इंटर कॉलेज में 22 जनवरी को होगा। यहां पर 10 वर्षों से राजस्थान के कारीगरों द्वारा राजस्थान के पत्थरों से भव्य मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है, जो अब अपने अंतिम चरण में है। और 22 जनवरी को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा होगी।