KNEWS DESK- हिमाचल प्रदेश में कुदरत ने कहर बरपाया हुआ है। भारी बारिश और भूस्खलन से 71 लोगों की मौत हो गई है और करीब 7500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। लोग बचाव और राहत कार्यों के लिए अभियान जारी है। आपदा प्रबंधन के प्रमुख सचिव ओंकार चंद शर्मा ने बताया है कि जुलाई की तुलना में 1314 और 15 अगस्त को अधिक नुकसान हुआ है।
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिससे जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहे है। हिमाचल प्रदेश में बाढ़ की स्थिति पर आपदा प्रबंधन के प्रमुख सचिव ओंकार चंद शर्मा ने बताया है कि मरने वालों की संख्या 71 है। अभी तक 7500 करोड़ रुपए के नुकसान हुआ है। यह अनुमान बढ़ सकता है क्योंकि अब तक लोग बचाव और राहत कार्यों में लगे हुए हैं और विस्तृत अनुमान लगाने में समय लगेगा। हमने 2500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं, शिमला में अलग भूस्खलन की घटना में दो लोगों की मौत हो गई। शिमला के कृष्णानगर इलाके में भूस्खलन के बाद बूचड़खाना मलबे में दब गया। इस लैंडस्लाइड में 6 घर गिर गए है। इसके नीचे शहर का स्लॉटर हाउस भी चलता था। घर समेत स्लॉटर हाउस पूरी तरह से मलबे में दब गए है। जिसका एक वीडियो भी सामने आया था। वीडियो में देखा जा सकता है किस तरह से पेड़ गिरने के बाद स्लॉटर हाउस की बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई है।
जानकारी के लिए बता दें कि मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश में 18 अगस्त तक भारी बारिश की आशंका जताई थी । चालू मानसून सीजन में राज्य में बादल फटने और भूस्खलन की 170 से ज्यादा घटनाएं सामने आई हैं और लगभग 9600 घर पूरी तरह से धराशायी हो गए हैं।