KNEWS DESK, टीएमसी सांसद जवाहर सरकार ने राजनीति छोड़ने का फैसला कर लिया है। उन्होंने उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने का निर्णय ले लिया है।
तृणमूल कांग्रेस यानी टीएमसी सांसद जवाहर सरकार ने रविवार को पार्टी की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर कहा कि उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने और राजनीति छोड़ने का फैसला किया है। पूर्व आईएएस अधिकारी जवाहर सरकार ने दावा किया कि पार्टी नेताओं के एक गुट का भ्रष्टाचार में शामिल होना और उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं किया जाना उनके इस फैसले की प्रमुख वजहों में से एक है।
जवाहर सरकार ने पत्र में कहा, “आर.जी. कर अस्पताल में हुई भयावह घटना के बाद एक महीने तक मैंने धैर्यपूर्वक दर्द सहा और उम्मीद कर रहा था कि ममता बनर्जी अपनी पुरानी शैली में आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों से बात करेंगी। ऐसा नहीं हुआ और सरकार अब जो भी कदम उठा रही है, वह बहुत कम हैं और काफी देर से उठाए जा रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि अगर भ्रष्ट डॉक्टरों के गुट पर कार्रवाई की जाती और दोषियों को इस घटना के तुरंत बाद सजा दी जाती तो राज्य में बहुत पहले ही स्थिति सुधर जाती।” वहीं टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि पार्टी जवाहर सरकार के फैसले का सम्मान करती है और उन्हें उम्मीद है कि नेतृत्व उठाए गए मुद्दों का समाधान करेगा।