KNEWS DESK – उत्तर प्रदेश में पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया अब और भी सरल हो गई है। लोगों को लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि अब सूबे के 13 जिलों में मोबाइल वैन की मदद से घर पर ही पासपोर्ट की सुविधा उपलब्ध होगी। यह पहल गाजियाबाद और उसके आसपास के जिलों में शुरू की गई है।
मोबाइल वैन को मिली हरी झंडी
IFS अधिकारी अनुज स्वरूप ने इस मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की है। इस वैन के माध्यम से पासपोर्ट टीम सीधे लोगों के घर जाकर आवेदन लेगी, जिससे उन्हें बार-बार पासपोर्ट ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यह विशेष रूप से गाजियाबाद के लोगों के लिए एक राहत की खबर है।
किन जिलों में मिलेगी सुविधा
गाजियाबाद के रीजनल पासपोर्ट ऑफिस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में मोबाइल वैन चलाने की योजना बनाई है। इन जिलों में शामिल हैं:
- गाजियाबाद
- अलीगढ़
- आगरा
- बागपत
- बुलंदशहर
- गौतमबुद्ध नगर
- हाथरस
- मथुरा
- मेरठ
- मुजफ्फरनगर
- हापुड़
- शामली
- सहारनपुर
इस योजना का पहला ट्रायल गाजियाबाद में किया जाएगा, और यदि यह सफल होता है, तो अन्य जिलों में भी इसे लागू किया जाएगा।
मोबाइल वैन कैसे काम करेगी
मोबाइल वैन उन लोगों को पासपोर्ट बनाने की सुविधा प्रदान करेगी जो गाजियाबाद रीजनल पासपोर्ट ऑफिस के क्षेत्राधिकार में आते हैं। अधिकारियों का कहना है कि जहां पासपोर्ट के ज्यादा आवेदन होंगे, वहां मोबाइल वैन भेजी जाएगी। आवश्यकता के अनुसार वैन को अन्य जिलों में भी भेजा जाएगा।
मोबाइल वैन में जरूरी सुविधाएं रहेंगी उपलब्ध
मोबाइल वैन में एक पूरी पासपोर्ट टीम मौजूद होगी, जिसमें कंप्यूटर, स्कैनर और प्रिंटर जैसी सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा, मोबाइल वैन में एक अनाउंसमेंट सिस्टम होगा, जिससे लोगों को उनकी स्थानीयता में वैन के आगमन की सूचना मिलेगी। साथ ही, सोशल मीडिया के माध्यम से भी जानकारी साझा की जाएगी।
आवेदन करते समय इन बातों का रखें ध्यान
पासपोर्ट आवेदन के दौरान अक्सर लोग जल्दबाजी में कुछ गलतियां कर देते हैं। इसलिए, मोबाइल वैन में पासपोर्ट बनवाते समय सभी जानकारी सही से भरें। यदि कोई गलती होती है, तो आपको अपनी जानकारी को सही करने के लिए गाजियाबाद जाना पड़ सकता है।