KNEWS DESK- आज आषाढ़ माह की विनायक चतुर्थी है। इसको लोग वार्धिनी गणेश चतुर्थी भी कहते हैं। वहीं इसमें भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है| जिससे लोगों की सारी परेशानी दूर होती है|
आषाढ़ मास की विनायक चतुर्थी आज यानी 9 जुलाई को मनाई जा रही है, जिसे वार्धिनी गणेश चतुर्थी और विघ्नविनाशक भी कहा जाता है। यह हिन्दू धर्म में भगवान गणेश को समर्पित है। यह पर्व चार मास के अवसर पर मनाया जाता है, जो कि हिन्दू कैलेंडर के आषाढ़ माह में आता है। इस पर्व में भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है और उनका विशेष भोग लगाया जाता है।
जानिए इसके महत्त्व…
1. भगवान गणेश की पूजा : इस पर्व पर भगवान गणेश की पूजा की जाती है| गणेश जी की सबसे पहले पूजा जाती है क्योंकि वे शुभ देवता माने जाते हैं|वहीं हर कार्य की समृद्धि के लिए उनकी कृपा चाहिए होती है।
2. मनोकामना सिद्धि : इस दिन किए गए व्रत, पूजा और अर्चना से व्रत करने वाले व्यक्ति की ईश्वर से जो मनोकामना होती है,उनकी वह मनोकामना पूरी हो जाती है।
3. पर्व का महत्त्व : इस पर्व में भगवान गणेश के भक्तों की बड़ी संख्या अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए उनकी पूजा व आराधना करती है।
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