KNEWS DESK, हिंदू धर्म में अमावस्या का दिन विशेष महत्व रखता है, लेकिन मौनी अमावस्या और सोमवती अमावस्या का महत्व अन्य अमावस्या तिथियों से कहीं अधिक है। यह दिन विशेष रूप से भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा, पितरों का तर्पण और पिड़दान के लिए जाना जाता है। मौनी अमावस्या पर की गई पूजा और दान से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं, साथ ही जीवन के पापों से मुक्ति मिलती है। इस दिन का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व अत्यधिक होता है।
मौनी अमावस्या पर दान की महिमा
मौनी अमावस्या पर दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और यह जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और संतुलन लाने का एक माध्यम बनता है। आइए जानते हैं कि इस दिन कौन-कौन सी चीजों का दान करना चाहिए-
- चावल का दान
मौनी अमावस्या के दिन चावल का दान विशेष रूप से शुभ माना जाता है। यह अन्न का दान गरीब और जरूरतमंदों को करना चाहिए, जिससे व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। - सफेद तिल का दान
सफेद तिल का दान करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है। तिल का दान विशेष रूप से मौनी अमावस्या के दिन किया जाता है। - आंवला का दान
आंवला दान करना भी इस दिन के लिए अत्यधिक लाभकारी होता है। आंवला दान करने से व्यक्ति की आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और पैसों की तंगी से मुक्ति मिलती है। - सरसों के तेल का दान
मौनी अमावस्या के दिन सरसों के तेल का दान करने से पितरों की कृपा प्राप्त होती है और शनि दोष से भी राहत मिलती है। साथ ही, जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।
मौनी अमावस्या का धार्मिक महत्व
मौनी अमावस्या की तिथि पर विशेष रूप से मौन रहकर मन और वाणी की शुद्धि की जाती है। यह दिन गंगा, यमुना और सरस्वती नदी के संगम स्थल पर स्नान करने के लिए अत्यधिक उपयुक्त होता है। इन पवित्र नदियों के जल से स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होते हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।