चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष का प्रारंभ होता है. इस साल हिंदू नववर्ष (Hindu Nav Varsh 2079) का प्रारंभ आज 02 अप्रैल दिन शनिवार को चैत्र नवरात्रि से हुआ है. हिंदू नववर्ष को विक्रम संवत या नव संवत्सर भी कहते हैं. इसका प्रारंभ सम्राट विक्रमादित्य ने किया था, जो चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरु होता है. हिंदू नववर्ष को विक्रम संवत, नव संवत्सर, गुड़ी पड़वा, उगाड़ी आदि नामों से भी जाना जाता है.
हिंदू नववर्ष की महत्वपूर्ण बातें
- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, विक्रम संवत के प्रथम दिन ब्रह्मा जी ने इस सृष्टि की रचाना की थी. प्रभु श्रीराम एवं धर्मराज युधिष्ठिर काराज्याभिषेक भी विक्रम संवत के प्रथम दिन हुआ था. हिंदू नववर्ष के प्रथम दिन से ही नया पंचाग शुरू होता है.
- एक विक्रम संवत में 12 माह होते हैं, 30 दिनों का एक माह होता है और सात दिनों का एक सप्ताह होता है. इस कैलेंडर में तिथि की गणना होतीहै. इसी विक्रम संवत कैलेंडर को आधार मानकर अन्य धर्म के लोगों ने अपने कैलेंडर बनाए.
- विक्रम संवत की प्रत्येक तिथि यानी दिन की गणना सूर्योदय को आधार मानकर किया जाता है. हिंदू कैलेंडर का हर दिन सूर्योदय से शुरु होता हैऔर अगले सूर्योदय तक मान्य होता है.
- विक्रम संवत के एक माह के दो हिस्से हैं. पहला कृष्ण पक्ष और दूसरा शुक्ल पक्ष. 15 दिनों का एक पक्ष होता है. कृष्ण पक्ष का 15 दिन अमावस्याऔर शुक्ल पक्ष का 15वां दिन पूर्णिमा होती है.
- विक्रम संवत कैलेंडर का पहला माह चैत्र और 12वां यानी अंतिम माह फाल्गुन होता है. इस कैलेंडर के तिथियों की गणनाएं पंचांग के आधार परहोती हैं.
- विक्रम संवत कैलेंडर अंग्रेजी कैलेंडर से 57 साल आगे है.