KNEWS DESK, सनातन धर्म में महालक्ष्मी व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत 16 दिनों तक चलता है और इस दौरान धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस अवधि में देवी को उनकी प्रिय वस्तुओं का भोग अर्पित किया जाता है, जिससे धन-धान्य में वृद्धि होती है और घर में समृद्धि का वास होता है।
इस साल महालक्ष्मी व्रत 11 सितंबर से शुरू होकर 24 सितंबर 2024 तक चलेगा। इस अवसर पर, माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने और आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए शास्त्रों में बताए गए तीन अचूक उपायों को अपनाया जा सकता है। जिससे आपको कभी पैसों की कमी नहीं होगी।
महालक्ष्मी व्रत की पूजा विधि
महालक्ष्मी व्रत के दिन प्रात: जल्दी उठें, स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें। पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। इसके बाद घर के मंदिर में एक चौकी रखें और उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। कपड़े के ऊपर माता लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति को स्थापित करें। साथ ही माता को लाल चुनरी, फल-फूल, सुपारी, नारियल, अक्षत और सोलह श्रृंगार का सामान अर्पित करें। माता की मूर्ति के पास एक पानी से भरा कलश रखें और उसके ऊपर नारियल रखें। घी का दीपक जलाएं और व्रत का संकल्प लें। इसके अलावा माता लक्ष्मी को समर्पित मंत्रों का उच्चारण करें और अंत में आरती करके पूजा का समापन करें।
धन-संपत्ति के लिए अचूक उपाय
- पलाश के फूल का उपाय: माता लक्ष्मी को पलाश के फूल अत्यंत प्रिय हैं। महालक्ष्मी व्रत के दौरान माता की पूजा करते समय पलाश के फूल अर्पित करें। दिन के अंत में, इन फूलों को एक सफेद कपड़े में एकाक्षी नारियल के साथ रखें और घर की तिजोरी में चुपचाप रख दें। यह उपाय आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकता है और माता की विशेष कृपा प्राप्त कर सकता है।
- गजलक्ष्मी की पूजा: महालक्ष्मी व्रत के दौरान घर में गजलक्ष्मी की फोटो या मूर्ति स्थापित करना भी शुभ माना जाता है। नियमित रूप से गजलक्ष्मी की पूजा करने से समाज में मान-सम्मान बढ़ता है और धन प्राप्ति की राह में आने वाली परेशानियां दूर हो जाती हैं।
- श्री यंत्र की स्थापना: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, श्री यंत्र की स्थापना करने से परिवार में हमेशा खुशहाली बनी रहती है। विशेषकर, महालक्ष्मी व्रत के दौरान श्री यंत्र की पूजा करने से दरिद्रता दूर होती है और धन-संपत्ति में वृद्धि होती है।