KNEWS DESK- कैंचीधाम की विश्व में ख्याति किसी से छिपी नहीं है। बाबा के चमत्कार और आस्था की डोर भक्तों को यहां खींच लाती है। आज उत्तराखंड के प्रसिद्ध संत बाबा नीम करौली महाराज के कैंची धाम में मंदिर के 60वें स्थापना दिवस पर लाखों की संख्या में भक्तों का ताता लगा हुआ है। आज शुभ मुहूर्त में पूजा- पाठ के बाद मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए। जिसके बाद भक्तों ने महाराज के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया।
आपको बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने मानस खंड योजना के तहत कैंची धाम को प्रमुख धार्मिक स्थलों की श्रेणी में शामिल किया गया है। जिसके चलते यहां पर मान्यताओं के अनुरूप बड़ी संख्या में साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है। वहीं मंदिर समिति का कहना है कि कैंची धाम में हर साल भक्तों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। कैंची धाम मंदिर के स्थापना दिवस यानी 15 जून को हर साल यहां भक्तों का तांता लगा रहता है।
कौन हैं नीम करोली बाबा
नीम करोली बाबा 20वीं सदी के महान संतों में शामिल हैं और अपनी दिव्य शक्तियों के कारण लोकप्रिय हैं। बता दें कि इनका जन्म उत्तरप्रदेश के अकबरपुर में साल 1900 के करीब हुआ था। वो बजरंगबली के भक्त थे। इनका शुरूआती नाम लक्ष्मण नारायण शर्मा था। वो धनी ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखते थे। नीम करोली बाबा को कलयुग में हनुमान जी का अवतार बताया गया है। नीम करोली बाबा के मां- बाप ने 11 वर्ष की उम्र में इनकी शादी कर दी थी लेकिन उन्होंने साधु बनने की वजह से घर त्याग दिया था। उनके पिता इस फैसले के खिलाफ थे। जिसके बाद उन्होंने भक्ति में लीन होकर ही अपना गृहस्थ जीवन जीना शुरू कर दिया।
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