KNEWS DESK – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन 28 जनवरी से होने जा रहा है, और इस ऐतिहासिक अवसर पर हर एक नागरिक को सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। सीएम ने कहा कि देशभर से करीब 10,000 से अधिक खिलाड़ी उत्तराखंड आ रहे हैं, और ऐसे में प्रदेशवासियों को उनका गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
हर घर को दीपों से रोशन करने की अपील
बता दें कि मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि खिलाड़ियों के स्वागत के लिए हर घर में दीप जलाए जाएं और घरों को सजाया जाए। उन्होंने प्रदेशवासियों से यह भी आग्रह किया कि वे अपनी घरों को दीपों और लड़ियों से रोशन करें ताकि यह आयोजन और भी भव्य और यादगार बने। साथ ही, सीएम धामी ने महिला समुदाय से अपील की कि वे पारंपरिक वेशभूषा पहनकर इस आयोजन का हिस्सा बनें, जैसा कि जी-20 सम्मेलन के दौरान प्रदेश की महिलाओं ने विदेशी मेहमानों का स्वागत किया था।
राष्ट्रीय खेलों को ऐतिहासिक बनाने के लिए जारी तैयारियां
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यह भी बताया कि राज्य सरकार राष्ट्रीय खेलों को ऐतिहासिक और सफल बनाने के लिए पूरी तैयारी में जुटी है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन की नियमित समीक्षा की जा रही है ताकि कोई कमी न रह जाए और हर खिलाड़ी उत्तराखंड से अच्छा अनुभव लेकर जाए। उन्होंने खेल विभाग, जिलाधिकारियों, खेल संघों और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर तैयारियों पर ध्यान देने की बात कही।
सीएम धामी ने दी बधाई
सीएम धामी ने साल 2025 को उत्तराखंड के लिए बेहद महत्वपूर्ण वर्ष बताया। यह साल राज्य के रजत जयंती वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है, और इस अवसर पर विभिन्न आयोजनों का समावेश किया गया है। धामी ने कहा कि उत्तराखंड के अंतरराष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी सम्मेलन में 17 देशों से उत्तराखंडी अपनी मातृभूमि से जुड़ रहे हैं, जो राज्य के आर्थिक विकास में योगदान देंगे। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) लागू किया जाएगा, जो पूरे देश के लिए एक आदर्श बनेगा।
समाज के हर वर्ग से जुड़ने की अपील
सीएम धामी ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों को ऐतिहासिक बनाने के लिए राज्य के हर व्यक्ति—चाहे वह महिला हो, पुरुष हो, बुजुर्ग हो या बच्चा—सभी को इस आयोजन का हिस्सा बनना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक सुनहरा अवसर है जब प्रदेशवासियों को एकजुट होकर इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान देना चाहिए।