उत्तराखण्ड/ बीते दिनों राज्य के वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण में बजट पेश किया गया। जो राज्य के चहुंमुखी विकास की दशा और दिशा तय करेगा। इस बजट के माध्यम से धामी सरकार ने सभी क्षेत्रों को साधने का प्रयास किया है। तथा आगामी और विकास योजनाओं को गति देने का प्रयास किया गया है। बजट को लेकर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सरकार का यह बजट सशक्त उत्तराखंड का संकल्प है। जो आने वाले वर्षांे में इस पहाड़ी राज्य उत्तराखण्ड को देश में अग्रणी स्थान दिलाने में मदद करेगा। धामी सरकार के इस बजट में हर वर्ग व हर क्षेत्र का ध्यान रखा गया है। इस बजट में हर क्षेत्र को उसकी आवश्यकता के अनुसार धन का उचित आबंटन किया गया है। वित्त मंत्री ने बजट को लेकर आगे कहा कि बजट में पर्यटन, शिक्षा, समाज कल्याण, कृषि, महिला एवं बाल विकास, ऊर्जा, उद्योग, समेत कई क्षेत्रों के लिए उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप बजट में प्राविधान किये गये हैं। इसके साथ ही बजट में जोशीमठ के पुनर्वास व लोगों को आर्थिक सहायता पहुंचाने और क्षेत्र के पुननिर्माण के लिए 1000 करोड़ का प्राविधान भी किया गया है। साथ ही बजट में जी 20 के तहत होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के लिए भी सौ करोड़ का प्राविधान किया गया है। बजट के संम्बन्ध में पूर्व कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने भी कहा कि यह बजट प्रदेश में युवाओं के हित में बजट है क्योंकि इसमें रोजगार और स्वरोजगार को बढ़ावा दिया गया है। जिससे प्रदेश के युवा को अपने ही प्रदेश में रोजगार मिल सकेगा साथ ही इससे पलायन को रोकने में भी मदद मिलेगी।